धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो, उत्तर प्रदेश):योगी सरकार उत्तर प्रदेश में शिक्षा की स्थिति में बदलाव को लेकर सख्त नजर आ रही है। राज्य में शिक्षा की स्थिति बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। इसी दौरान सरकार ने अब स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों और समय से स्कूल नहीं जाने वालों को रास्ते पर लाने की तैयारी कर ली है।
अब यूपी के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों (Secondary Schools) के शिक्षकों को बॉयोमीट्रिक सत्यापन (Biometric Verification) द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। शिक्षकों के लिए ये व्यवस्था एक जुलाई से शुरू होगी।

ये है तैयारी..

बॉयोमीट्रिक सत्यापन के द्वारा उपस्थिति की व्यवस्था के लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है। इस पोर्टल द्वारा बॉयोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने का ट्रायल 25 जून को किया जाएगा. पोर्टल द्वारा तैयार बॉयोमीट्रिक सिस्टम उंगलियों के निशान, आइरिस पैटर्न और अन्य पहचान से काम करेगा। यूपी में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पहले सौ दिनों की योजना तैयार कर ली है। विभाग ने इसके लिए 20 लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिनका समय तय कर लिया गया है. हर लक्ष्य के सुचारू संचालन और प्रत्येक लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए समितियों का गठन किया गया है।

ये रहेगा लक्ष्य..

इन लक्ष्यों के साथ ही सभी प्रमुख कार्रयों में नियुक्तियों को लिए विभाग ने निर्णय लिया है। निर्णय के अनुसार सभी नियुक्तियां यूपी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड विभाग 15 जून तक कर देगा। टाइम्स ऑफ इंडिया से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों में 15 जून तक वाईफाई की सुविधा हो जाएगी। वहीं 20 जून तक राज्य के 33,700 स्कूलों की वेबसाइट होगी। जिसपर राज्य के 1.27 करोड़ विद्यार्थियों का ईमेल समेत डाटा होगा।

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