औरैया 4 नवंबर 22-औरैया पुलिस द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए आई.आर.डी.ए. के अधिकारी बनकर पीड़ितों की पॉलिसी को मेच्योर/रिन्यू करने के नाम पर खाते से 38.91 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले मास्टर माइन्ड व उसके साथी को औरैया पुलिस ने गिरफ्तार कर पीड़ित के खाते में 14.65 लाख रुपये वापस कराते हुए कब्जे से 1.20 लाख रुपये नगद व घटना में प्रयुक्त 02 अदद लैपटॉप, 04 अदद एंड्रॉयड व 08 अदद की पैड मोबाइल फोन, 08 अदद ATM, 01 वाई-फाई डिवाइस व अन्य प्रपत्र बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 10.10.2022 को पीड़ित मोहित सिंह (वायु सेना) पुत्र रामकुमार सिंह निवासी ग्राम मदानपुर पोस्ट उसरु जनपद रायबरेली ने थाना अजीतमल जनपद औरैया में लिखित तहरीर दी कि मेरे द्वारा गूगल पर अपनी पॉलिसी मेच्योर करने के लिए गूगल पर HOW TO MATURE POLICY सर्च किया गया जिसके बाद विकास तिवारी पुत्र राजकुमार तिवारी निवासी बाबरपुर थाना अजीतमल जनपद औरैया ने अपने आपको आई.आर.डी.ए. का अधिकारी बताते हुए अपने फर्जी प्रपत्र भेजे जिससे मुझे विश्वास हुआ कि यह मेरी पॉलिसी को मेच्योर कर सकता है। जिसके द्वारा प्रोसेसिंग फीस के नाम पर कई बार में अपने खाते में कुल 38.91 लाख रुपये डलवाकर मेरे साथ साइबर फ्रॉड कर लिया है। जिस सूचना पर थाना अजीतमल में मु.अ.सं.487/22 धारा 420/419/467/468/471 IPC व 66 IT ACT पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए तथा साइबर अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाये जाने व घटना से सम्बन्धित अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी व बरादमगी कराये जाने के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक औरैया श्रीमती चारु निगम द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक औरैया श्री शिष्यपाल के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी अजीतमल श्री सुरेन्द्र नाथ यादव के नेतृत्व में जनपदीय एसओजी/सर्विलांस/साइबर तथा थाना अजीतमल की संयुक्त टीमों का गठन कर आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किये गये।
गठित पुलिस टीमों द्वारा घटना के अनावरण हेतु बैंक स्टेटमेंट व अन्य इलेक्ट्रॉनिक एवं मैनुअल साक्ष्यों का संकलन करते हुए अभियुक्तों को चिन्हित किया गया। गठित टीम द्वारा बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर 14.65 लाख रुपये पीड़ित के खाते में वापस कराये गये।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु यथा सम्भव प्रयास किये जा रहे थे जिस क्रम में आज दिनांक 04.11.2022 को घटना अनावरण में गठित टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि धोखाधड़ी से संबंधित अभियुक्तगण अजीतमल हाईवे पुल के नीचे बैग लिए खड़े है। उक्त सूचना पर गठित पुलिस टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए योजनाबद्ध तरीके से मौके पर पहुंचकर 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जबकि एक अभियुक्त मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। गिरफ्तार अभियुक्त गणों विकास तिवारी पुत्र स्व. राजकुमार तिवारी निवासी बाबरपुर थाना अजीतमल जनपद औरैया, अनुज कुमार पुत्र जगपाल सिंह निवासी छलेरा गांव नोएडा सेक्टर 44के कब्जे से मु.अ.सं. 487/22 से सम्बन्धित धोखाधड़ी के 1.20 लाख रुपये नकद, 2 अदद लैपटॉप, 4 अदद एंड्रॉयड व 08 अदद की पैड मोबाइल फोन, 8 अदद ATM, 1 वाई-फाई डिवाइस व अन्य प्रपत्र आदि बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्तों का चालान माननीय न्यायालय किया जा रहा है। वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी के सार्थक प्रयास किये जा रहे है।
पुलिस पूछताछ में मुख्य अभियुक्त विकास तिवारी ने बताया कि मैं और मेरे साथी अनुज कुमार, शिवम तिवारी हम तीनो नोएडा में एक प्राइवेट इंश्योरेंस कम्पनी में साथ काम करते थे। कोविड के बाद नौकरी न रहने पर इन्सुरेंस कम्पनी का डाटा जोकि हमारे पास पूर्व से था जिसके माध्यम से हम तीनो ने मिलकर लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने की योजना बनाई। हम प्राप्त डाटा से लोगों को कॉल करके लोगों से उनकी इंश्योरेंस पॉलिसी को मेच्योर कराने के नाम पर कॉल करते थे व फर्जी दस्तावेज/आई-डी भेजकर उनका विश्वास प्राप्त करते थे तथा प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसा अपने विभिन्न खातों में डलवाते थे। शिकायतकर्ता मोहित सिंह के साथ मैं और मेरे साथी ने बात कर खुद को आई.आर.डी.ए. का अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की थी तथा प्राप्त पैसों से हम लोगों ने अपने-अपने शौक पूरे किये तथा शेष रुपये आपस में बांट लिये। जो हमारा साथी भागा हुआ है उसका नाम शिवम तिवारी पुत्र प्रमोद कुमार तिवारी निवासी सिमरा शेखपुर थाना सिरसा कलार जनपद जालौन है जो हमारे पूरे प्रकरण में शामिल है जो पैसे धोखाधड़ी करते है आपस में बराबर-बराबर बांट लेते है।
रिपोर्टर रजनीश कुमार