रिपोर्ट:मोहम्मद फैज़ान
बिजनौर। वो दिन दूर नहीं, जब ट्रेन समय से पहले आपको मंजिल तक पहुंचाएगी। क्योंकि ट्रेन की गति बढ़ाने के लिए ही रेलवे फाटकों पर उपरिगामी पुल और अंडरपास बनाए जा रहे हैं। जिले में सात रेलवे फाटकों पर उपरिगामी पुल बनाए जाने हैं। इनका निर्माण दिसंबर से चालू हो जाएगा। उपरिगामी पुलों के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
जिले में आठ रेलवे फाटकों पर उपरिगामी पुल बनाने की कार्ययोजना तैयार हुई थी। मगर, बिजनौर में सेंट मेरी फाटक पर पर्याप्त जमीन नहीं होने की वजह से इस फाटक पर उपरिगामी पुल बनने का प्रस्ताव अधर लटका हुआ है। जबकि सात रेलवे फाटकों पर उपरिगामी पुल बनाने का प्रस्ताव पास हो गया है। एक उपरिगामी पुल करीब 50 से 60 करोड़ की लागत से तैयार होगा। हालांकि अभी इन उपरिगामी पुलों की फाइल रेलवे बोर्ड में है। बोर्ड से फाइल आते ही तैयारी शुरू कर दी जाएंगी। रेलवे विभाग के अधिकारी इस साल दिसंबर माह से उपरिगामी पुलों का निर्माण शुरू करने की बात कह रहे हैं। पुल बनने के बाद लोगों को जाम सहित अन्य परेशानियों ने निजात मिलेगी।
इन फाटकों पर बनेंगे उपरिगामी पुल
जिले में सात रेलवे फाटकों पर उपरिगामी पुल बनाए जा रहे हैं। इनमें बिजनौर में नगीना-कोतवाली मार्ग फाटक पर उपरिगामी पुल बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसके अलावा चांदपुर में दो, अम्हेड़ा में एक, नगीना में एक, धामपुर में एक, स्योहारा में एक उपरिगामी पुल बनाया जाएगा। यहां पुल बनाने के लिए जमीन भी पर्याप्त मिली है।