हरदोई। वित्तीय वर्ष 2019-20 में विकास कार्यों के लिए मिली और खर्च की गई धनराशि का 40 ग्राम पंचायतों के पूर्व प्रधान और पंचायत सचिवों ने हिसाब नहीं दिया। ऑडिट में इसका खुलासा होने के बाद भी जिम्मेदारों ने इसका निस्तारण नहीं कराया। इससे इन पंचायतों के 40 पूर्व प्रधान और 20 पंचायत सचिव कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। सभी को कारण-बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इसमें चेतावनी दी गई है कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिलता है तो संबंधितों से वसूली की जाएगी।इन ग्राम पंचायतों के पूर्व प्रधान व पंचायत सचिवों को नोटिस जारी- बिलग्राम: वर्ष 2011-12 से 2014-15 के ऑडिट का परिपालन न करने वाली ग्राम पंचायतों में विकास खंड बिलग्राम की हसनापुर मुरौली की पूर्व प्रधान अनीता सिंह व सेवानिवृत्त पंचायत सचिव प्रमोद पाल को 13,26,879 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस दिए गए हैं।- कछौना: विकास खंड के बघौड़ा के पूर्व प्रधान गया कुमार व तत्कालीन पंचायत सचिव सुधीर कुमार सिंह ने 17,20,096, बालामऊ के पूर्व प्रधान राम प्रकाश कठेरिया व तत्कालीन सचिव सुधीर कुमार सिंह ने 29,12,254 रुपये के दुरुपयोग पर परिपालन रिपोर्ट नहीं दी है।कोथावां: विकास खंड के रायपुर सोमवंशी की पूर्व प्रधान कामिनी व तत्कालीन सचिव राजेश कुमार को 12,44,362, नरमदनापुर के पूर्व प्रधान वीरेंद्र कुमार व सचिव राजेश कुमार को 14,08,165, भीखपुर ऐमा की पूर्व प्रधान कामिनी व सचिव नीरज मिश्रा को 14,38,717, ऊगपुर के पूर्व प्रधान वीरेंद्र कुमार व पंचायत सचिव नीरज मिश्रा को 8,00,775 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस दिए गए हैं।- मल्लावां: ब्लॉक की मुस्तफाबाद ग्राम पंचायत की पूर्व प्रधान रामदेवी व सचिव अरविंद कुमार को 7,61,332, नयागांव की पूर्व प्रधान कृष्णा व सचिव कंहैयालाल 53,500, माधौगंज की करवा के पूर्व प्रधान राकेश कुमार व सचिव विजेंद्र सिंह को 3,52,119, मोहब्बतपुर की पूर्व प्रधान अनुराधा सिंह व सचिव विजेंद्र सिंह को 3,31,273, मुठिया नरायनमऊ की पूर्व प्रधान जैदेवी व सचिव विजेंद्र सिंह को 2,07,145, बलेहरा कमलानगर की पूर्व प्रधान राजेंद्री व संचिव विजेंद्र सिंही को 1,88,285, मगरहा के पूर्व प्रधान सुरेश व सचिव विजेंद्र सिंह को 64,950 और हरियावां ब्लॉक की रहीमपुर के पूर्व प्रधान राकेश कुमार व सचिव बालकराम को 9,28,942 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस जारी किए गए हैं।भरखनी: विकास खंड की कनकापुर उबरिया ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान अरविंद व सेवानिवृत्त सचिव बीएन सिंह को 22,65,508, बहाउद्दीनपुर के पूर्व प्रधान रामनिवास व सेवानिवृत्त बीएन सिंह को 12,24,328, पिपरिया के पूर्व प्रधान रामसरन व सचिव गौरव जगदीश मिश्रा को 1,23,232, कंहारी के पूर्व प्रधान उमेश सिंह व सचिव बीएन सिंह को 1,53,269, पांडेयपुर की पूर्व प्रधान मीना व सचिव बीएन सिंह को 12,54,628, रंपुरा खमरिया के पूर्व प्रधान जैपाल सिंह व सचिव बीएन सिंह को 27,02,535, कहरई नकटौरा के पूर्व प्रधान पंचराम व सचिव बीएन सिंह को 7,43,164 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस जारी किए गए हैं।भरावन: ब्लॉक क्षेत्र के सागरगढ़ी के पूर्व प्रधान दिनेश सिंह व सचिव राकेश मिश्रा को 83,450, हड़हा के पूर्व प्रधान अवध नरेश व सचिव रामकृष्ण को 80,738, कटियार के पूर्व प्रधान देवी प्रसाद व सचिव रामकृष्ण को 1,30,991, रसूलपुर के पूर्व प्रधान कुबेर व सचिव मेवाराम को 17,09,815, पिहानी की रजुआपुर के पूर्व प्रधान जितेंद्र प्रताप व सचिव मेवाराम को 7,41,247 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस दिए गए हैं।संडीला: ब्लॉक की ग्राम पंचायत जमकुरा की पूर्व प्रधान श्रीमती व सचिव लक्ष्मी नारायन को 8,97,747 और बेगमगंज के पूर्व प्रधान महेश रंजन व सचिव सुरजीत सिंह को 37,120 रुपये के दुरुपयोग पर नोटिस दिए गए हैं।गड़बड़ी और शासकीय राशि के दुरुपयोग के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ऑडिट के प्रकरण हैं, जिनमें गड़बड़ी की पुष्टि की गई है। संबंधित पंचायतों के पूर्व प्रधानों व पंचायत सचिवों को नोटिस जारी किए गए हैं। दो माह के अंदर अपील करते हुए जिला लेखा परीक्षा कार्यालय से प्रकरण का निराकरण करते हुए रिपोर्ट न देने वाली पंचायत, संतोषजनक साक्ष्य, जवाब न देने वाले पूर्व प्रधान व पंचायत सचिवों से पंचायतीराज अधिनियम के तहत बकाया धनराशि की वसूली कराई जाएगी।
– मंगला प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी