बरसात के मौसम में आंखों की देखभाल और रोकथाम-डॉ अमित शर्मा

बरसात का मौसम जहां प्रकृति को तरोताजा करता है, वहीं यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी चुनौतियां लेकर आता है, खासकर हमारी आंखों के लिए। बारिश के मौसम में नमी की अधिकता, धूल-मिट्टी, गंदगी और बैक्टीरिया की बढ़ती संख्या के कारण आंखों में जलन, खुजली, लालिमा और संक्रमण जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। इसलिए इस मौसम में आंखों की उचित देखभाल और रोकथाम आवश्यक हो जाती है।सबसे पहले ध्यान देने वाली बात है हाथों की स्वच्छता। गंदे हाथों से आंखों को छूना संक्रमण का सबसे बड़ा कारण होता है। इसलिए बार-बार हाथ धोना और आंखों को बिना धोए छूने से बचना चाहिए। बारिश में बाहर आने के बाद आंखों को साफ, ताजे पानी से धोना भी बहुत जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की गंदगी या संक्रमण को हटाया जा सके।बरसात में अधिकतर लोग घर के अंदर समय बिताते हैं और मोबाइल, टीवी या कंप्यूटर की स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते हैं। लगातार स्क्रीन देखने से आंखों में थकान, जलन और सूखापन हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए किसी दूर की चीज़ को देखना चाहिए, जिसे ‘20-20-20 नियम’ कहा जाता है। इसके अलावा, स्क्रीन पर ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल भी आंखों की सुरक्षा करता है।आंखों की नमी बनाए रखने के लिए दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। सूखी आंखें बरसात के मौसम मंन कई बार जलन और बेचैनी का कारण बनती हैं। इसलिए आंखों की नमी बनाए रखने के लिए जलयोजन बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही, अच्छी नींद लेना भी आंखों की स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।अगर आंखों में लगातार जलन, लालिमा, पानी आना या धुंधलापन महसूस हो तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें। बरसात के मौसम में घरेलू उपचार करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा, बारिश में बाहर निकलते समय धूप के चश्मे का उपयोग करना चाहिए ताकि आंखें धूल, कीटाणुओं और प्रदूषण से सुरक्षित रहें।बरसात के मौसम में अपनी आंखों की सही देखभाल करके हम न केवल संक्रमण से बच सकते हैं, बल्कि अपनी दृष्टि को भी स्वस्थ और स्पष्ट बनाए रख सकते हैं। इसलिए आंखों की देखभाल को नजरअंदाज न करें और समय-समय पर आंखों की जांच करवाते रहें
।डॉ अमित शर्मा नेत्र रोग विशेषज्ञ सीपीएन आई केयर सेंटर परसा