विचार गोष्ठी में एन०सी०सी० कैडेट्स के अलावा महाविद्यालय के शिक्षकगण उपस्थित रहे। इस अवसर पर कैडेटस द्वारा देश प्रेम की कविताओं एवं भाषण द्वारा कारगिल विजय दिवस की शौर्य गाथा को प्रस्तुत किया गया। गोष्ठी में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष एवं एन०एस०एस० प्रभारी डॉ० सुभाष चन्द्रा ने कारगिल युद्ध के समय भारतीय सेना के अदम्य साहस एव सौर्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कैडेट एवं विद्यार्थियों को राष्ट्र सेवा करने हेतु सजग रहकर हमेशा तत्पर रहने को कहा। एन०सी०सी० प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ० संजय कुमार ने कारगिल युद्ध की तत्कालीन परिस्थितियों को विषद वर्णन करते हुए भारतीय सेनाओं की कुशल युद्ध रणनीति पर प्रकाश डालते हुए कारगिल विजय को युद्ध इतिहास की सबसे कठिनतम विजय के तौर पर रेखांकित किया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए अंग्रेजी विभाग की एसो0 प्रोफेसर डॉ० नीलम त्रिवेदी ने कहा कि कारगिल विजय दिवस की यादें हम सभी के दिलों में हमेशा रहनी चाहिए तथा राष्ट्र के समक्ष ऐसी परिस्थिति आने पर एकजुट होकर इसका सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
विचार गोष्ठी का सफल संचालन कैडेट निशान्त मिश्रा ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।