भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा

1947 के भारत विभाजन के बाद मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक हिंसा के कई मिसाल है। प्रायशः हिंदू राष्ट्रवादी भीड़ द्वारा मुसलमानों पर हिंसक हमले होते हैं जो हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच स्वाभाविक संप्रदायिक हिंसा का एक पैटर्न बनाते हैं। 1954 से 1982 तक सांप्रदायिक हिंसा के 6933 (सरकारी आंकड़े) मामलों में 10000+ से ज्यादा लोग मारे गए हैं हिंदू-मुस्लिम सांप्रदायिक दंगों में

बढ़ती घटनाओं के कारण पीड़ित

सालराज्यमृतघायलजेल में रखाविस्थापितदोषियों को सजाघटना
1064पश्चिम बंगाल100 +4377000?? अभी तक नहीं1964 कलकत्ता दंगा
1983असम1800???? अभी तक नहीं1983 के नेल्ली नरसंहार
1965-1989गुजरात3130???? अभी तक नहीं1969 से 1989 गुजरात दंगे
1982उत्तर प्रदेश42???? अभी तक नहीं1987 हाशिमपुरा नरसंहार
1989बिहार1000??50000+? अभी तक नहीं1989 भागलपुर दंगा
1992महाराष्ट्र9002036?1000+? अभी तक नहीं1992 बॉम्बे दंगे
2002गुजरात2000??200000+? अभी तक नहीं2002 गुजरात हिंसा
2013उत्तर प्रदेश429315050000+? अभी तक नहीं2013 मुजफ्फरनगर दंगे
2020दिल्ली53200??? अभी तक नहीं2021 दिल्ली दंगा
न.लगभग कुल906727377150301000नाना

By admin_kamish

बहुआयामी राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष

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