Author: Dharmendra Kasaudhan (Admin MD News)

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने वरुणा के शास्त्री घाट पर योग कर दिया स्वच्छता व पर्यावरण का संदेश

पर्यावरणविद अनिल सिंह ने स्वच्छता एवं पर्यावरण हेतु जागरूक करते हुए दिलाया शपथ वाराणसी-स्वच्छ वरुणा ,हरित वरुणा सृजन अभियान के दौरान वरुणा तट स्थित शास्त्री घाट पर मंगलवार को सुबह…

यू पी:डी.एल.एड 2022 हेतु आवेदन जून से,जुलाई में पूरी की जाएगी प्रवेश प्रक्रिया..

धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो):प्रदेश में डीएलएड 2022 में प्रवेश जुलाई में पूरे किए जाएंगे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी शासन को अगले हफ्ते डीएलएड 2022 में प्रवेश के लिए प्रस्ताव भेजेगा।आवेदन जून में लिए…

कार्यकर्ताओं को सौंपी गई अभियानों की जिम्मेदारी

केंद्र सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर होंगे विभिन्न कार्यक्रम उन्होंने बताया कि महानगर में रहने वाले सभी जनप्रतिनिधियों, प्रदेश, क्षेत्र, महानगर एवं मंडल के पदाधिकारियों को 1 –…

नियमित टीकाकरण के सफल संचालन के लिए माइक्रोप्लान बेहद आवश्यक – सीएमओ

माइक्रोप्लान के अनुसार टीकाकरण सत्रों का करें आयोजन, मोबिलाइज़ेशन भी जरूरी नियमित टीकाकरण के माइक्रोप्लान के नवीनीकरण के बारे में विस्तार से दी जानकारी वाराणसी, 23 मई 2022 । बच्चों…

मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं हुई सम्पन्न

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मुस्तैदी से निभाई अपनी डयूटी,अब अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दे इनकी ड्यूटी का पैसास्योहारा (बिजनौर) यूपी (हिरा मीडिया)उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा परिषद की 14 मई से…

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मुस्तैदी से निभाई अपनी डयूटी,अब अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दे इनकी ड्यूटी का पैसास्योहारा (बिजनौर) यूपी (हिरा मीडिया)उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा परिषद की 14 मई से शुरू हुईं विभिन्न परीक्षाएं आज 23 मई को समाप्त हो गईं। ज़िले भर में बनाए गए परीक्षा सेंटरों ने अपनी तरफ़ से परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के सभी उचित प्रबंध करने का दावा करते हुए शांति पूर्ण परीक्षाओं के संपन्न होने पर चैन की सांस ली। लेकिन जिन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मदरसा शिक्षा परिषद की इन परीक्षाओं में ड्यूटी दे कर इन्हें सफल और संपन्न कराया उनके चेहरे मुरझाए हुए हैं। और इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों में एक बार फिर यह चर्चा हो रही है कि क्या उन्हें अपनी निभाई ड्यूटी का कोई पैसा मिलेगा या फिर हर बार की तरह वही ठन ठन गोपाल। निल बटे निल।आपको बता दें कि मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी भी ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से लगायी गई थी। और इन आधुनिकीकरण शिक्षकों को दूर दराज के क्षेत्रों में भी ड्यूटी पर भेजा गया था। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने पूरी मुस्तैदी और कर्तव्य परायणता के साथ अपनी कक्ष निरीक्षक या अन्य ड्यूटी को निभाया। लेकिन आज जब यह शिक्षक अपनी अंतिम ड्यूटी करके रीलिविंग लैटर प्राप्त कर रहे थे तब इनके मन मस्तिष्क में यह अवश्य था कि क्या उन्हें अपने श्रम का पैसा मिलेगा -?आपको बता दें कि हर साल मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है और कहा जाता है कि आपको ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा, मगर बाद में ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग वाले अपने कथन से मुकर जाते हैं। और इनको कोई पैसा ड्यूटी का नहीं मिलता। इस बार फिर इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों से यही कहा गया है कि आप लोगों को ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा। अब मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने अपनी डयूटी निभा दी है। अब बारी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अपना वादा निभाने की है और मदरसा शिक्षकों को ड्यूटी का पैसा देने की है। जिसकी प्रतीक्षा मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं।

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मुस्तैदी से निभाई अपनी डयूटी,अब अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दे इनकी ड्यूटी का पैसास्योहारा (बिजनौर) यूपी (हिरा मीडिया)उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा परिषद की 14 मई से शुरू हुईं विभिन्न परीक्षाएं आज 23 मई को समाप्त हो गईं। ज़िले भर में बनाए गए परीक्षा सेंटरों ने अपनी तरफ़ से परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के सभी उचित प्रबंध करने का दावा करते हुए शांति पूर्ण परीक्षाओं के संपन्न होने पर चैन की सांस ली। लेकिन जिन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मदरसा शिक्षा परिषद की इन परीक्षाओं में ड्यूटी दे कर इन्हें सफल और संपन्न कराया उनके चेहरे मुरझाए हुए हैं। और इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों में एक बार फिर यह चर्चा हो रही है कि क्या उन्हें अपनी निभाई ड्यूटी का कोई पैसा मिलेगा या फिर हर बार की तरह वही ठन ठन गोपाल। निल बटे निल।आपको बता दें कि मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी भी ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से लगायी गई थी। और इन आधुनिकीकरण शिक्षकों को दूर दराज के क्षेत्रों में भी ड्यूटी पर भेजा गया था। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने पूरी मुस्तैदी और कर्तव्य परायणता के साथ अपनी कक्ष निरीक्षक या अन्य ड्यूटी को निभाया। लेकिन आज जब यह शिक्षक अपनी अंतिम ड्यूटी करके रीलिविंग लैटर प्राप्त कर रहे थे तब इनके मन मस्तिष्क में यह अवश्य था कि क्या उन्हें अपने श्रम का पैसा मिलेगा -?आपको बता दें कि हर साल मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है और कहा जाता है कि आपको ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा, मगर बाद में ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग वाले अपने कथन से मुकर जाते हैं। और इनको कोई पैसा ड्यूटी का नहीं मिलता। इस बार फिर इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों से यही कहा गया है कि आप लोगों को ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा। अब मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने अपनी डयूटी निभा दी है। अब बारी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अपना वादा निभाने की है और मदरसा शिक्षकों को ड्यूटी का पैसा देने की है। जिसकी प्रतीक्षा मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं।

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मुस्तैदी से निभाई अपनी डयूटी, अब अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दे इनकी ड्यूटी का पैसा स्योहारा (बिजनौर) उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा परिषद की 14 मई से शुरू हुईं विभिन्न परीक्षाएं आज 23 मई को समाप्त हो गईं। ज़िले भर में बनाए गए परीक्षा सेंटरों ने अपनी तरफ़ से परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के सभी उचित प्रबंध करने का दावा करते हुए शांति पूर्ण परीक्षाओं के संपन्न होने पर चैन की सांस ली। लेकिन जिन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने मदरसा शिक्षा परिषद की इन परीक्षाओं में ड्यूटी दे कर इन्हें सफल और संपन्न कराया उनके चेहरे मुरझाए हुए हैं। और इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों में एक बार फिर यह चर्चा हो रही है कि क्या उन्हें अपनी निभाई ड्यूटी का कोई पैसा मिलेगा या फिर हर बार की तरह वही ठन ठन गोपाल। निल बटे निल। आपको बता दें कि मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी भी ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से लगायी गई थी। और इन आधुनिकीकरण शिक्षकों को दूर दराज के क्षेत्रों में भी ड्यूटी पर भेजा गया था। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने पूरी मुस्तैदी और कर्तव्य परायणता के साथ अपनी कक्ष निरीक्षक या अन्य ड्यूटी को निभाया। लेकिन आज जब यह शिक्षक अपनी अंतिम ड्यूटी करके रीलिविंग लैटर प्राप्त कर रहे थे तब इनके मन मस्तिष्क में यह अवश्य था कि क्या उन्हें अपने श्रम का पैसा मिलेगा -? आपको बता दें कि हर साल मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है और कहा जाता है कि आपको ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा, मगर बाद में ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग वाले अपने कथन से मुकर जाते हैं। और इनको कोई पैसा ड्यूटी का नहीं मिलता। इस बार फिर इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों से यही कहा गया है कि आप लोगों को ड्यूटी का पूरा पैसा मिलेगा। अब मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने अपनी डयूटी निभा दी है। अब बारी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अपना वादा निभाने की है और मदरसा शिक्षकों को ड्यूटी का पैसा देने की है। जिसकी प्रतीक्षा मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं।

यू पी:मिड-डे-मील तैयार करने वाली रसोइयों का वेतन जुलाई से ₹2000,इसके अलावा क्या और है शामिल..जानिए।

धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो, उत्तर प्रदेश):उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में बच्चों के लिए मिड-डे मील (Mid-Day Meal) तैयार करने वाली रसोइयों को अब हर माह दो हजार रुपये मानदेय मिलेगा।राज्य स्तर…

हरदोई:पिकअप-इनोवा टक्कर में एक ही परिवार की दो युवतियों की मौत, एक दर्जन घायल..

हरदोई. हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग पर डबल नहर पुल म्हारी में मुंडन संस्कार से वापस लौटते समय इनोवा कार और पिकअप की आमने-सामने भिड़ंत हो गई. इसमें एक ही परिवार के…