सहसवान (बदायूं) बताते चलें उत्तर प्रदेश सरकार नौनिहालों को पढ़ाने के लिए काफी प्रयासरत है लेकिन आदेशों का ताक में रखते हुए हैं सहसवान के शिक्षक नहीं हो रही ऑनलाइन शिक्षा बता दें सहसवान में परिषदीय विद्यालयों में आदेशित किया जा चुका है कि आप लोग बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दें आखिर शिक्षक जब सहसवान क्षेत्र में मौजूद ही नहीं है वह अपने अपने घरों पर रहकर मौज मस्ती कर रहे हैं सवाल उठता है कैसे होगा शिक्षा का विकास हर समय सहसवान क्षेत्र की खबरें प्रकाशित होती रहती है कि आज इस स्कूल में ताले पड़े हैं कल दूसरे स्कूल में ताले पड़े हैं इसी तरह बीएसए बदायूं पूरी तरह लापरवाह बने हुए जब इस बाबत उनसे वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मैं आज यूपी टेट परीक्षा में व्यस्त हूं और मुझे नहीं पता कहां कहां क्या व्यवस्था चल रही है मजेदार बात भी है जब जिले का सर्वोपरि अधिकारी जो शिक्षा विभाग से है उसका कहना है तो सवाल उठता है कि आखिर कब सुधरेगा शिक्षा विभाग इससे प्रतीत होता है कि नहीं है शिक्षा अधिकारी को बच्चों के भविष्य के साथ होने वाले खिलवाड़ का संज्ञान जबकि आदेश में निर्देशित किया जा चुका है कि प्रत्येक स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कराई जाएगी सवाल ये भी उठता है कितने बच्चों के माता पिता पर व्हाट्सएप मोबाइल ग्रामों में ज्यादातर लोग होते हैं अनुभव परे अब सवाल उठता है।
बदायूं जनपद के बीएसए मात्र आदेश ही उपलब्ध करा देते हैं या उसका संज्ञान में लेते हैं आज तक उन्होंने संज्ञान लेने की कोशिश भी नहीं की है इसी तरह आम चर्चा है कि इस विभाग में लगातार बंदरबांट होता चला रहा रहा है क्योंकि बीएसए बदायूं अपना फोन उठाने में असमर्थता जताते हैं उनका फोन सिर्फ और सिर्फ उनका अधीनस्थ कर्मचारी उठाता है वह कह देता है कि वह अभी किसी मीटिंग में व्यस्त हैं आने पर बात करा देंगे लेकिन आज तक बदायूं में तैनात बीएसए फोन उठाने में क्यों शर्म करते हैं जबकि योगी सरकार का स्पष्ट कहना है की अगर जो भी अधिकारी सीयूजी नंबर ना उठाएं तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी कहां है योगी सरकार के आदेश इससे प्रतीत होता है कि इनकी भी पेंठ बधाई जनपद के अधिकारियों से है या उच्च लेवल के अधिकारियों से साठ घाट करा कर कार्यक्रम चला रहे हैं ।