रिपोर्ट:नागेंद्र प्रजापति
बिजनौर जनपद के नहटौर में एक निराश्रित गौवंश को मौत के घाट उतार कर तीन दिन से तेंदूआ उसके मांस का भक्षण कर रहा है। एक ही स्थान पर टिके तेंदूए को देखकर ग्रामीणों में भय व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गुलदार को पकड़वाने की माँग की है।
क्षेत्र के गाँव ढकौली में नरपाल सिंह के खेत में तेंदुए ने तीन दिन पूर्व एक निराश्रित गौवंश को मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों की माने तो तीन दिन से गुलदार वहीं ठिकाना बनाकर रह रहा है और भूख लगने पर उसके मांस का भक्षण कर रहा है। बताया जाता है कि पडौस के ही खेत में गन्ने की छिलाई का काम चल रहा है। जहाँ गन्ना छिलते समय लोगों को गुलदार दिख गया।नजदीक से तेंदुए को देखकर गन्ना छील रही गाँव के ही गिरधारी की पुत्री बेहोश हो गई। जिसके मुंह में पानी डालकर होश में लाया गया। वहीं शाम के समय गाँव का ही क्षत्रपाल पुत्र शिवचरण व खेत मालिक नरपाल सिंह का नौकर शीशपाल पुत्र जगराम सिंह ट्रैक्टर ट्रॉली से गन्ना भरने गये थे। इसी दौरान कुछ आवारा कुत्ते वहाँ पहुँच गये। जिन्हें तेंदुए ने दौड़ा लिया। डर से कुत्ते जान बचाने के लिये उनकी ही ओर दौड आये। तेंदुआ भी उनके पीछे आ गया। जिससे वे दोनों भयभीत होकर ट्राली पर चढ गये। तेंदुए के जाने के बाद वे ट्राली में और गन्ना भरने की हिम्मत नहीं जुटा पाये तथा खेत से लौट आये। गाँव के ही विजय पाल सिंह, मूला सिंह, नरेश कुमार, पटवारी आदि ने भी तेंदुए को देखने का दावा किया है। घटनाओं से ग्रामीणों में भय है और उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से तेंदुए को पकड़वाने की माँग की है। इस संबंध में ग्राम प्रधान अनीता देवी ने कहा कि मामले से वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराकर तेंदुए को पकड़वाने की माँग की जायेगी।