उत्तर प्रदेश जनपद मुरादाबाद

12 जून 23, मुरादाबाद। गर्मियों के अवकाश के कारण ट्रेनों में भीड़ अधिक होने का लाभ उठाने और भोले-भाले यात्रियओं को ठगने के लिए फर्जी टीटी भी ट्रेनों में सक्रिय हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुवाहटी से दिल्ली जा रही अवध-असम एक्सप्रेस में पकड़ा गया है। टीटी की रिपोर्ट पर दो युवकों को ट्रेन से उतारकर पूछताछ करने में फर्जा टीटी कांड सामने आाया है। गिरफ्तार किए गए दोनों युवक उच्च शिक्षित हैं। रेलवे की तरफ से दर्ज कराई रिपोर्ट के आधार पर दोनों को गिरफ्तार करके जीआरपी ने पूछताछ शाुरू कर दी है। पुलिस फर्जीवाड़े के गैंग की तलाश में जुट गई है।

उच्च शिक्षित युवकों से मिले फर्जी आईकार्ड

गुवाहाटी से चलकर दिल्ली जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस में मुरादाबाद रेल मंडल के टीटी राकेश कुमार अपने साथी आशीष सिंह के साथ टिकट चेकिंग कर रहे थे तभी उन्होंने देखा कि दो व्यक्ति उन्हें देखकर छिपने का प्रयास कर रहे हैं। राकेश कुमार ने संदिग्ध नजर आ रहे दोनों युवकों के पास जाकर जब पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि वह रेलवे में टीटी हैं और पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन (मुगलसराय) पर तैनात हैं। अक फर्जी टीटी ने रेलवे मुख्यालय से जारी पहचान पत्र भी दिखाया। पहचान पत्र देखने के बाद टीटी राकेश कुमार को शक हुआ और उन्होंने मुख्यालय को सू्चित करते हुए राकेश कुमार ने यात्रियों की मदद से दोनों नकली टीटी को कोच में बैठा लिया। मुरादाबाद स्टेशन आने पर दोनों को जीआरपी के हवाले कर दिया। पुलिस की पूछताछ में दोनों व्यक्तियों ने कबूल लिया के वह असली टीटी नहीं हैं, वो फर्जी टीटी है। जीआरपी के मुताबिक तलाशी ली तो दोनों के पास से बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से जुमार्ना वसूलने वाली रेलवे की फर्जी रसीद बुक बरामद हुई है। इसके अलावा बड़ौदा हाउस रेलवे मुख्यालय से जारी दो फर्जी आई कार्ड बरामद हुए हैं। वह टीटी की ड्रेस में थे और कोट पर नेमप्लेट भी लगा रखी थी।

फर्जी गैंग का खुलासा करने में जुटी जीआरपी

पुलिस पूछताछ में पकड़े गए सचिन श्रीवास्तव और रितिक सोनी शहजहांपुर के अहमदनगर के रहने वाले हैं। सीओ जीआीपी देवीदयाल ने बताया कि सचिन लॉ का स्टूडेंट है व रितिक आईआईटी का स्टूडेंट है। उन्होंने कहा है कि फर्जी आईकार्ड बरामद होना बड़ी घटना है। इसलिए पुलिस इस गैंग का खुलासा करने में जुट गई है। एडीआरएम एके सिंह ने कहा है कि टीटी राकेश कुमार ने अच्छा कार्य किया है। अभी यात्रियों से पैसा ठगने की जानकारी नहीं आयी है सामने। उन्होंने कहा है कि फर्जी आईकार्ड ्िमलने से साफ है कि यह बड़ा गैंग है। जीआरपी इसकी बारीकी से जांच करेगी। उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया है कि इस तरह का शक होने पर वह फोन नंबर 139 पर शिकायत कर सकते हैं।

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