
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है,देखना है जोर कितना बाजुएं कातिल में है।स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।सांस है जब तलक ना रुकेंगे कदम,चल पड़े हैं तो मंजिल को पा जाएंगे,जान प्यारी नही है वतन से हमें,मरते मरते सभी को बता जाएंगे….
जय हिंद
Run-By Multidimensional MDETRS Society
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है,देखना है जोर कितना बाजुएं कातिल में है।स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।सांस है जब तलक ना रुकेंगे कदम,चल पड़े हैं तो मंजिल को पा जाएंगे,जान प्यारी नही है वतन से हमें,मरते मरते सभी को बता जाएंगे….
जय हिंद