( ब्यूरो रिपोर्ट बहुआयमी समाचार हरदोई)
गौर तलब हो कि विद्युत कर्मचारी वा अधिकारी शासन की मंशा को ठेंगा दिखाने का काम कर रहे है।क्योंकि जैसे ही गर्मी का पारा चढ़ना शुरू हुआ कि विद्युत विभाग को जुखाम बुखार आना शुरू हो गया क्योंकि इस समय चौबीस घंटे में बमुश्किल 5 घंटे सप्लाई मिलना नसीब नही हो रही जिससे आम जनमानस को जीना मुस्किल पड़ रहा है वही ठंडे पानी पीने को लोग तरस रहे है । अगर पावर हाउस को पता करने की कोशिश भी की जाय तो या तो विभाग का फोन नही उठेगा या घंटो विजी बताता रहेगा वही व्हाट्सएप ग्रुप पर अगर जानकारी लेना चाहो तो विद्युत विभाग के कर्मचारी ओनली एडमिन ऑप्शन लगा देते हैं जिससे आम जनमानस ना तो मैसेज कर पाएगा और ना ही विद्युत की कोई जानकारी प्राप्त कर पाएगा
मान लिया ऊपर से सप्लाई में कोई गड़बड़ी है या लाइन फाल्ट का जिक्र आता है तो चुनाव के समय यह सब फाल्ट क्यों नही होते तब तो चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति की जाती है ।इससे साफ प्रतीत होता है कि संबंधित विभाग की लाचार व्यवस्था के चलते आम जनता को गर्मी झेलनी पड़ती है सरकार को चाहिए हर जिले वा कस्बा गांव की प्रतिदिन रीडिंग लेना शुरू कर दे तो शायद इन अधिकारियो की पोल खुल जाय ।
वही मीटर रीडर की बात करें तो महीनों तक गांव में मीटरों से रीडिंग नहीं ली जाती है कोई मीटर रीडर झांकने तक नहीं आता हैl वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत पोलों पर लटकते हुए तार साफ विद्युत विभाग की लापरवाही का एक जीता जागता सबूत है अगर उनको सही करने की बात की जाए तो विद्युत विभाग कोई एक्शन नहीं लेता है वही बिजली विभाग के लाइनमैन से संपर्क करो तो वह पैसे की डिमांड करता है ऐसे में किरकिरी होती है तो बस सरकार की
यहा पर अंधा पीसे कुत्ता खाए की कहावत चरितार्थ हो रही है । इतना जरूर है कि किन्ही कारणों वश यदि उपभोक्ता बिल जमा करने में थोड़ा सा लेट हो जाए तो साहब आफिस के बैठे बैठे लाइन मैन के द्वारा उसका कनेक्शन जरूर कटवा देंगे इसमें कोई लापरवाही नही बरतेंगे l वही सांडी पावर हाउस में ओवरलोड की समस्या की बात करें तो नियम बनाया गया दो-दो घंटा सभी फीडर चलेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है कहीं तो 4 घंटे लगातार रोस्टिंग होती है कहीं तो लगातार लाइट दी जाती है कहीं तो वस आई गई यही सिलसिला जारी रहता है l इसका जिम्मेदार कौन
ये है जनता का कहना
लगातार रोस्टिंग
व्हाट्सएप ग्रुप पर लगाया गया ओनली एडमिन ऑप्शन
विद्युत पोल पर नंगे लटकते हुए तार लापरवाही का सबूत