लखनऊ : लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार युवाओं को स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण के अंतर्गत टैबलेट/स्मार्टफोन का वितरण का तेजी से प्रारम्भ कर दी है जिसके तहत सरकार युवाओं को 25 लाख स्मार्ट फोन सितंबर के दूसरे सप्ताह से बांटना शुरू कर देगी। स्मार्ट फोन बांटने के बारे में बीते मंगलवार को कैबिनेट में फैसला किया गया था। अब आईटी विभाग 15 लाख टैबलेट खरीद के प्रस्ताव को जल्द कैबिनेट से मंजूर कराएगा।
हाल में कैबिनेट ने 25 लाख मोबाइल फोन खरीदने का निर्णय लिया है। इसके लिए सैमसंग व लावा जैसी कंपनियों को जिम्मा दिया गया। यह कंपनियां अगले महीने के दूसरे हफ्ते से स्मार्टफोन का वितरण करना शुरू कर देंगी।सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए अगले साल जनवरी में आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में संहिता के बाद लैपटाप, स्मार्टफोन का छात्रों में निशुल्क वितरण संभव नहीं हो पाएगा। अब सरकार के पास चार महीने बचे हैं। इसी में लैपटॉप व स्मार्टफोन का वितरण होगा। इसे एक बड़े अभियान के तौर पर लिया जाएगा। अलग-अलग जिलों में विशेष आयोजन कर छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया जाएगा। उसमें स्थानीय विधायक, मंत्री व डीएम की देखरेख में इनका वितरण होगा। कुछ ऐसा ही अभियान विधानसभा चुनाव से पूर्व 2022 में 17 लाख स्मार्ट फोन व टैबलेट बांटने के लिए जिलों-जिलों में चलाया गया था।
टैबलेट और स्मार्टफोन की फीचर पहले से होगी अपग्रेटेड
योगी सरकार स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 17 लाख स्मार्टफोन व टैबलेट निशुल्क बांट चुकी है। यह योजना पांच साल तक चलनी है। स्मार्टफोन की बैटरी की क्षमता इस बार 4000 एमएएच के बजाए 5000 एमएएच होगी जबकि टैबलेट की क्षमता 2 जीबी के बजाए तीन जीबी की रैम वाली होगी। योगी सरकार का लक्ष्य पांच साल में दो करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित करने का है।
औद्योगिक विकास विभाग व आईटी विभाग के प्रमुख सचिव अनिल सागर का कहना है कि संबंधित कंपनियों को आपूर्ति का आदेश दे दिया गया है। सितंबर के दूसरे हफ्ते से स्मार्टफोन की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।