लखनऊ । किशोरावस्था में ही सभी छात्र-छात्रायें अनुशासित और शारीरिक रूप से सशक्त बन सकें। इसके लिए प्रदेश के सारे माध्यमिक स्कूलों में सरकार अनिवार्य रूप से एनसीसी की सुविधा मुहैय्या कराने जा रही है। पूर्व से जिन स्कूलों में एनसीसी के केन्द्र स्थापित हैं (इसकी संख्या बहुत ही कम है) वहां तो वह अपना कार्य पूर्ववत करते रहेंगे लेकिन जिन स्कूलों में यह केन्द्र अब तक नहीं हैं वहां स्ववित्त पोषण योजना के माध्यम से एनसीसी के केन्द्र स्थापित किये जाएंगे।शासन के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों के नाम दिशा निर्देश जारी किये हैं। कहा गया है कि ऐसे माध्यमिक विद्यालय जो एनसीसी से आच्छादित नहीं है को आगामी पांच वर्षों के भीतर 10 प्रतिशत वार्षिक दर से एनसीसी से आच्छादित किये जाएंगे। इसके लिए एनसीसी निदेशालय में आवेदन करना होगा।