रिर्पोट नसीम अहमद
स्योहारा।किसी इंसान में किसी के प्रति श्रद्धा और जज़्बा मजबूती के साथ हो तो उस इंसान को फिर कोई तकलीफ या परेशानी बड़ी नही लगती इसका उदाहरण यहां उस समय देखने को मिला जब बदायूं से कलियर शरीफ पैदल जा रहे सलीम दीवाना यहां से गुज़र रहे थे उनके इस पैदल सफल के बाबत उनसे जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि उनका अपने साबरी वाले बाबा में अटूट आस्था है जिनसे मिलने के वो बदायूं से कलियर शरीफ जिसके दूरी लगभग 310 किमी है के इस लंबे सफर को अपने साथी मोहम्मद आदिल के साथ पैदल तय कर रहे हैं जिसके बारे में उन्होंने कहा कि जितना नज़दीक उनका रास्ता हो रहा है उनकी थकान उतनी ज़्यादा कम हो रही है क्योंकि उनको अपने साबरी बाबा के यहां हाजरी देनी है और अपनी तम्मना पूरी करनी है।