धामपुर (बिजनौर)। धामपुर के रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का कार्य तेजी से चल रहा है। यह रेलवे स्टेशन 138 साल पहले 1885 में ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था।
पुराने भवन को तोड़ कर 10 करोड़ की लागत से आधुनिक भवन का निर्माण हो रहा है। भवन की इमारत दो मंजिल और सभी भवन वातानुकूलित बनेंगे।
पुराना टिनशेड प्रतिक्षालय ध्वस्त, अब नए स्थान पर हो रहा शिफ्ट
रेलवे स्टेशन के नए भवन को खूबसूरती के साथ बनाया जा रहा है। इंजीनियरों ने रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के कार्यालय भवन को छोड़ बाकी सभी भवनों को ध्वस्त कर दिया है। सर्दी, गर्मी और बरसात से बचने के लिए पुराने टिनशेड से बने यात्री प्रतीक्षालय को भी ध्वस्त कर प्लेटफार्म नंबर एक पर ही दूसरे छोर पर शिफ्ट किया जा रहा है। इसका कार्य प्रगति पर है।
कई प्रोजेक्ट प्रस्तावित
एसएस जेपी महांतो का कहना है कि स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक फुट ओवर ब्रिज बनेगा, जो प्रस्तावित है। जैतरा और नहटौर रेलवे फाटक पर अक्सर जाम की स्थिति से निपटने के लिए अंडर पास बनेगा। इसके लिए कई बार सर्वे कार्य हो चुका है। धामपुर शुगर मिल पर फ्लाईओवर ब्रिज भी बनेगा। हालांकि, अभी निर्माण कार्य धरातल पर नहीं उतर सका है, लेकिन प्रक्रिया में शामिल है।
यात्रियों की आवाजाही के लिए नया रास्ता खोला
निर्माण कार्य के प्रगति पर होने से यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे कॉलोनी की तरफ प्लेटफार्म नंबर एक पर नया रास्ता बनाया गया है। पुराने मार्ग को बोर्ड लगाकर यात्रियों की आवाजाही को रोक लगा दी गई है।
रुकती थीं कई ट्रेनें
धामपुर के रेलवे स्टेशन का निर्माण 1885 में अंग्रेजी शासन काल में हुआ था। उस वक्त कई गाड़ियों का स्टापेज यहां हुआ करता था। अब कटौती कर अधिकांश गाड़ियों के स्टापेज को खत्म कर दिया गया है।