देवरिया/यूपी।रुद्रपुर के फतेहपुर में सामूहिक नरसंहार के चार और आरोपित को बुधवार को गिरफ्तार किया गया ।अब तक 20 नामजद जेल जा चुके हैं। सात की तलाश में दबिश जारी है।पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की सोमवार को हुई हत्या के प्रतिशोध में आधे घंटे के भीतर सत्यप्रकाश दुबे और उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए पुलिस नामजद 27 आरोपितों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने की तैयारी में है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि बुधवार को लेहड़ा टोले के रहने वाले आरोपित रामायण पाल, रघुवीर पाल, सुदामा पाल व सुग्रीव पाल को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर हत्यारोपितों को ललकारने का आरोप है। अब तक जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें प्रेमचंद के भाई, भतीजे, रिश्तेदार व उसके नजदीकी शामिल हैं। सात अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सर्विलांस का सहारा ले रही है। सभी नामजद आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर व रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।इधर, राजस्व टीम ने बुधवार को गांव पहुंचकर अवैध कब्जों की जांच की। मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय ने बताया कि 14 आरोपितों के मकान सरकारी भूमि पर बने होने की पुष्टि हुई है।
इसमें खलिहान, परती, ग्राम समाज तथा अन्य श्रेणी की भूमि शामिल है। प्रशासन रिपोर्ट तैयार कर अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में जुटा है। सूत्रों के अनुसार अवैध निर्माणों को ध्वस्त कराने के लिए गांव के बाहर बुलडोजर मंगा लिया गया है।
नेवासे की जमीन का कराया था बैनामा
पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव ने सत्यप्रकाश दुबे की पैतृक ही नहीं नेवासा (मातृ पक्ष) की जमीन पर भी नजर गड़ा दी थी। देवरिया के खामपार स्थित केहुनिया गांव में उनके पिता जनार्दन को नेवासे में जमीन मिली थी। यह ओमप्रकाश, सत्यप्रकाश, ज्ञानप्रकाश उर्फ साधू दुबे के नाम दर्ज है। प्रेमचंद ने 2014 में साधू के हिस्से की 703 एयर यानी 50 कट्ठा जमीन बैनामा करा ली थी। रजिस्ट्री दस्तावेजों में 11 लाख नकद देने की बात लिखी है। सत्यप्रकाश ने इस बैनाम के विरुद्ध भाटपाररानी तहसीलदार कोर्ट में आपत्ति डाली थी, जिसका मुकदमा विचाराधीन है।
पुलिस की मेहरबानी से लॉकडाउन में प्रेमचंद ने कटवा ली थी फसल
रुद्रपुर थाने की पुलिस दबंग प्रेमचंद यादव पर काफी मेहरबान थी। कोरोना के कारण वर्ष 2020 में जब लाकडाउन था, उस समय प्रेमचंद यादव व उसके भाई रामजी यादव ने रायफल के बल पर सत्यप्रकाश दुबे के खेत में खड़ी गेहूं की फसल कटवा ली थी। आरोप है कि तहसील प्रशासन व रुद्रपुर थाने की पुलिस ने सिविल कोर्ट के स्थगन आदेश का अनुपालन नहीं कराया। सत्यप्रकाश ने सिविल कोर्ट में अवमानना वाद दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई थी, जिसमें बुधवार को सुनवाई होनी थी। अब कोर्ट ने 17 नवंबर को अगली तारीख तय की है।