न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी)
लखनऊ: दिनांक: 02 नवम्बर, 2023
प्रदेश सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत व्यक्तिगत शौचालय से आच्छादन के लिए स्पेशल ड्राइव आयोजित किये जाने के लिए समस्त जिलाधिकारी/अध्यक्ष, जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेन्ट कमेटी हेतु दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
इस सम्बंध में मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, पंचायतीराज ने आदेश जारी कर दिये हैं। आदेशानुसार स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण के लक्ष्य को 31 दिसम्बर, 2023 तक पूरा किया जायेगा। अपर मुख्य सचिव ने तीन चरणों में विशेष अभियान चलाकर निर्धारित लक्ष्य को पूरा किये जाने के निर्देश दिये हैं। प्रथम चरण में गैप के आंकलन के साथ द्वितीय चरण में छूटे हुए लाभार्थियों के चिन्हांकन एवं शौचालय आच्छादन हेतु सूची तैयार करना। स्पेशल ड्राइव अन्तर्गत कैम्प लगाकर आवेदन प्राप्त करना। प्राप्त आवेदनों का सत्यापन तथा खण्ड विकास अधिकारी/सहायक विकास अधिकारी (पं0) द्वारा विकासखण्डवार सूची तैयार कराया जाना। सम्बंधित लाभार्थियों हेतु शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन धनराशि की स्वीकृति (डीबीटी अथवा जारी शासनादेश में अन्य निर्धारित व्यवस्था के अनुसार), नये लाभार्थियों को शौचालय निर्माण हेतु स्वीकृति आदेश का वितरण एवं सम्बंधित लाभार्थियों हेतु शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन धनराशि (डीबीटी अथवा जारी शासनादेश में अन्य निर्धारित व्यवस्था के अनुसार) का हस्तांतरण शामिल हैं। इस कार्य को 19 नवम्बर-विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन कर किया जाय।
शासनादेश में निर्देशित किया गया है कि तृतीय चरण में 40 दिन में सभी स्वीकृत के सापेक्ष निर्माण कार्य 31 दिसम्बर, 2023 तक पूरा किया जायेगा। समस्त ग्राम पंचायतों द्वारा ओडीएफ प्रमाण-पत्र का स्वीकृतिकरण 01 जनवरी, 2024 तक किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की शुरूआत 02 अक्टूबर 2014 को हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य 02 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) की स्थिति को प्राप्त करना था। यह कार्यक्रम दुनिया का सबसे बड़ा व्यवहार परिवर्तन का कार्यक्रम है, जिसने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ-साथ आर्थिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य और सामाजिक लाभ के मामले में महत्वपूर्ण सुधार लाकर लोगों के जीवन में बदलाव लाया है। 02 अक्टूबर 2019 तक समस्त ग्रामों द्वारा खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) की घोषणा की गई थी तथा ग्रामीण स्वच्छता आच्छादन 100 प्रतिशत हो गया था। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) की स्थिति के साथ ठोस एवं तरल अपशिष्ट के उचित प्रबन्धन हेतु कार्य किये जा रहे हैं, जो अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके अन्तर्गत सुरक्षित और स्वच्छ तरीके से अपशिष्ट का निस्तारण किया जाता है।
योजनान्तर्गत खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) की स्थिति को बनाये रखने के लिए शौचालयों का निर्माण निरन्तर कराया गया है, परन्तु समय-समय पर भिन्न-भिन óोतों से बढ़े परिवारों की प्राप्त सूचना के अनुसार शौचालय के आच्छादन में गैप/अन्तर के सम्बंध में बताया जाता है। शौचालय आच्छादन में गैप/अन्तर को समाप्त करने के दृष्टिगत व्यक्तिगत शौचालय से आच्छादन हेतु स्पेशल ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है ताकि सफलतापूर्वक सभी परिवारों को शौचालय सुविधा से आच्छादित किया जा सके।