संवाददाता:- मोहम्मद फैज़ान,

बिजनौर जिले की पुलिस गूगल मैप से अपराधियों के घरों तक पहुंचेगी। इसके लिए अपराधियों के घरों को लोकेशन गूगल मैप के जरिए विभाग के एप पर अपलोड की जाएगी। उनके परिजनों के नंबर भी अब पुलिस के पास रहेंगे। जबकि पहले की त्रिनेत्र एप पर अपराधियों के घरों की फोटो और अन्य डेटा अपलोड किया जा चुका है।

उत्तर प्रदेश की पुलिस लगातार हाईटेक होती जा रही है। अपराध पर रोक लगाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जा रहे है। इसी क्रम में अब जिले में हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर, हत्यारोपी, हार्ड कोर क्रिमिनल आदि के घरों की लोकेशन को गूगल मैप के माध्यम से विभाग के एप पर किया जाएगा। ताकि पुलिस के आला अधिकारी स्थानीय पुलिस की बिना मदद के सीधे ही के घर पहुंच जाएं। इससे पहले त्रिनेत्र एप पर अपराधियों के घरों की फोटो, उनके परिजनों के मोबाइल नंबर पहले की अपलोड किए जा चुके है।

स्थानीय पुलिस के हमसाज होने पर फरार हो जाते है
अपराधी जब लूट, गोकशी जैसे अपराधों में कई बार सीओ या उच्चाधिकारी अपराधियों के घर जाते है तो उनको स्थानीय पुलिस को साथ लेना पड़ता है ताकि बिना किसी परेशानी के अपराधियों के घर पहुंचा जा सकें। कई बार ऐसा होता है कि मुखबिरी कर को सूचना दे दी जाती है और वह अपने घरों से फरार हो जाते है। गूगल लोकेशन के माध्यम से सीधे ही अपराधियों के घरों तक पहुंच सकते हैं।

सेल्फी के साथ शुरू की अपराधियों की निगरानी
जिले में करीब 1200 बदमाश है। पुलिस महकमा उनकी लगातार निगरानी करता है। लेकिन कई बार चौकी और थानों में बैठकर सत्यापन कर देते थे। लोकसभा चुनाव से पहले हिस्ट्रीशीटर बदमाशों का सत्यापन शुरू कराया गया है। इसके लिए को के गांव और घर तक पहुंचना होगा। पुलिसकर्मियों को हिस्ट्रीशीटर के घर के सामने अपने साथ सेल्फी लेनी होगी और जीपीएस कैमरा एप पर अपलोड करनी होगी। इससे पुलिस के कार्य में पारदर्शिता आएगी।

एएसपी ग्रामीण बिजनौर, राम अर्ज ने कहा कि पुलिस महकमा लगातार हाईटेक हो रहा है। अधिकांश विभागीय और थाने के कार्य भी ऑनलाइन होने लगे है। जिले में अब अपराधियों के घरों की लोकेशन को भी गूगल मैप पर अपलोड कराया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *