रिपोर्ट:आसिफ रईस
बिजनौर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व ज़िला महासचिव मो सज्जाद सिद्दीकी ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा 2024 के लोकसभा इलेक्शन का टिकट कम पढ़े लिखे ना आहिल लोगों को ना दे। कांग्रेस पार्टी जिनको अपना प्रत्याशी बनाए उनका बैकग्राउंड देखें वह किस छवि का इंसान है इलेक्शन में जो अपने खर्चे से चुनाव लड़ सकता हो और जमीनी स्तर का बहुत मजबूत नेता हो उसको पार्टी टिकट दे टिकट देने के बाद प्रत्याशी को पैसा बिल्कुल न दिया जाए। कांग्रेस टिकट भी देती है फ्री में और चुनाव लड़ने के लिए पैसा भी देती है लेकिन प्रत्याशी चुनाव में वह पैसा सही से खर्च नहीं करते बचा कर रख लेते हैं यह रीजन रहा जो कांग्रेस पार्टी सत्ता से बेदखल है पिछले 32 सालों से इस बार बहुत सोच समझ कर फैसला ले मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतरे कांग्रेस यह आने वाले मुस्तकबिल का फैसला है संविधान बढ़ाने का फैसला देश बचाने का फैसला है। सज्जाद सिद्दीकी ने बीजेपी व बीएसपी पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए कहा बीएसपी प्रत्याशियों को लूटने का काम करती है वही बीजेपी प्रत्याशियों को बेवकूफ बनाने का काम करती है बीजेपी और बीएसपी एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं कभी धर्म के नाम पर तो कभी हिंदू से मुसलमान के नाम पर चुनाव लड़कर जनता को ठगने का काम करते हैं।

एक पैसा लेकर टिकट देती है तो दूसरा प्रत्याशी को यह देखकर टिकट देते हैं कि वह झूठ कितना बोल लेता है जनता को गुमराह कर सकता है या नहीं इसी पर उनकी राजनीति निर्भर है। सज्जाद ने यह भी कहा सरकार आती हैं और चली जाती हैं सरकार सिर्फ 5 साल की होती है चुनाव आयोग अधिकारी और प्रशासन अधिकारी और दूसरे अधिकारी जब तक अपनी मुद्दत को पूरा नहीं करते वह अपने पद पर बने रहते हैं इसलिए तमाम अधिकारियों से यह अनुरोध है वह किसी सरकार के दबाव में काम ना करें यह सत्ता है आती है और चली जाती है लेकिन अधिकारियों को अपने पद पर अपनी मुद्दत को पूरा करना होता है इसलिए चुनाव आयोग इलेक्शन के वक्त तमाम पार्टियों पर कड़ी नजर रखें जो धर्म के नाम पर राजनीति करें उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए कोई भी अधिकारी किसी के भी दबाव में काम ना करें यह मस्तकबिल का फैसला होने जा रहा है। सज्जाद ने अंत में कहा चुनाव आयोग पुरी तरह सतर्क रहकर निष्पक्ष रूप से चुनाव कराए और उसके बाद मतगणना काराय किसी तरह की कोई गड़बड़ ना हो यदि ऐसा कोई करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *