रिपोर्टर:- मोहम्मद फैज़ान
बिजनौर के मोहल्ला चाहशीरी बी निवासी अकील अहमद पुत्र तफसील अहमद के शव को चार माह पहले मंडावर में स्थित तालाब बिलांदी के निकट कब्रिस्तान में दफनाया गया था।मृतक की बहन मुमताज पत्नी फिरोज निवासी कांशीराम काॅलोनी ने बताया कि 23 नवंबर 2023 को उसकी भाभी आफरीन ने फोन पर उसके भाई अकील अहमद की मौत की खबर दी थी। जब उसने वहां जाकर देखा तो उसका भाई अकील अहमद मृत अवस्था में चारपाई पर पड़ा हुआ था। तब उन्हें कोई शक नहीं हुआ।
उसकी भाभी आफरीन ने मंडावर में एक रिश्तेदार की मदद से बिलांदी वाले तालाब के पास मृतक का शव दफना दिया । लेकिन जब उन्हें हत्या का शक हुआ तो उन्होंने 14 दिसंबर को कोर्ट में हत्या की आशंका के मद्देनजर लाश को कब्र से निकलवाकर चिकित्सीय परीक्षण कराने का अनुरोध किया जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर आज एसडीएम सदर, सीओ सिटी, बिजनौर पुलिस और मंडावर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कब्र खुदवाकर शव बाहर निकलवाया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक की बहन मुमताज ने बताया कि वह मूल रूप से नांगल थाना क्षेत्र के गांव सबलपुर बीतरा के रहने वाले है। वह अब बिजनौर में आकर बस गए है। उनका भाई आकिल मोहल्ला चाहशीरी में रहता था, जबकि अन्य परिजन काशीराम कॉलोनी में रहते है। उनका बिजनौर के किसी कब्रिस्तान में हिस्सा नहीं था। उनके बड़े भाई शकील ने मंडावर निवासी अपने साडू बासिद से बातचीत कर अकिल के शव को मंडावर के विलांदी वाला कब्रिस्तान में दफिना किया गया था।
”कोर्ट के आदेश पर एक युवक का शव कब्र से निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के परिजनों ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर युवक की हत्या की आशंका जताई थी।