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उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में कानून के रखवालों द्वारा ही एक ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है जिसे सुनकर इंसानियत का सिर शर्म से झुक गया है बताते चलें कि कानपुर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल मनोज के द्वारा नर्स शालिनी तिवारी की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी जिसका एक कारण था कि मनोज का शालिनी से अवैध संबंध चल रहा था।
शालिनी तिवारी की हत्या करने के बाद मनोज वर्दी की हनक दिखाकर 230 किलोमीटर दूर एटा पहुँच गया जहाँ पर उसने शालिनी के शव के चेहरे को छत-विक्षत किया जिससे कि वह पहचान में न आएं फिर उसने उस शव को कुएं में फेंक दिया इसके बाद वह कानपुर लौट आया और अपना सामान्य जीवन जीने लगा पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने अपने दोस्त राहुल के जरिए शालिनी का मोबाइल फ़ोन अयोध्या भेजकर उसे चालू करा दिया।
ताकि पुलिस को लगे कि शालिनी अयोध्या में हैं और वे वहाँ उसकी तलाश शुरू कर दें, 03 माह बाद 10 दिन बाद पुलिस ने मनोज और राहुल को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया शालिनी की कॉल डिटेल के जरिए पुलिस मनोज तक पहुंची मनोज अपने आप को बहुत ज्यादा होशियार समझ रहा था लेकिन वो भूल रहा था कि पुलिस विभाग में उससे भी बड़े बड़े होशियार लोग ड्यूटी करते हैं।