प्रधानमंत्री ने दशाश्वमेध घाट पर उत्तरवाहिनी मां गंगा की विधिवत वैदिक रीति से पूजन अर्चन के साथ आरती कर यहा पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती में पांचवी बार शामिल हुए॥
रोहित सेठ
18 देव कन्याएं व 7 अर्चक ने किया मां भागीरथी की महाआरती॥
गंगा पूजन के दौरान प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे मौजूद॥
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण के बाद दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को पहली बार काशी आये और दशाश्वमेध घाट पर उत्तरवाहिनी मां गंगा की विधिवत वैदिक रीति से पूजन अर्चन के साथ आरती कर यहा पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती में पांचवी बार शामिल हुए।गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री का सम्मान किया गया। उन्हें रुद्राक्ष की माला, प्रसाद के रूप में लाल पेड़ा दिया गया। प्रतीक चिह्न में मां गंगा, आरती का प्रतीक फोटो और पीएम का चित्र शामिल रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घाट पर पहुंचते ही जनता ने 'हर हर महादेव' के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन किया। गंगा में बनीं ख़ास फ्लोटिंग जेटी पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माँ गंगा का पूरे विधि विधान से पूजन व आरती की। प्रधानमंत्री, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घाट की मणि पर बैठकर आरती के पहले भजन भी सुने। इस दौरान प्रधानमंत्री ताली बजाते, भजन गुनगुनाते आस्था की गंगा में गोते लगाते मंत्रमुग्ध दिखे। देर तक हुए शंखनाद के बाद मोदी ताली बजाते हुए दिखे। अंत में सभी ने जयकार भी लगाया। भव्य महाआरती में सात की जगह नौ अर्चकों ने मां गंगा की आरती की व 18 देव कन्याओं ने इस महाआरती को भव्य रूप दिया।
प्रधानमंत्री के आगमन अवसर पर मां गंगा की आरती 9 अर्चको ने किया, वही 18 कन्याएं ऋद्धि-सिद्धि के रूप में इस महा आरती में शामिल रही। प्रधानमंत्री के आगमन एवं मां भागीरथी के इस महा आरती के अवसर पर दशाश्वमेध घाट को सूरजमुखी, रजनीगंधा, बेला और गेंदा की फूल मालाओं से भव्य रूप से सजाये जाने के साथ ही दीपो से घाट को जगमग किया गया रहा।
गंगा पूजन के दौरान प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।