विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गांवों में रैली निकालकर जागरुक किया जा रहा है, साथ ही इसके लिए शपथ भी दिलाई जा रही है। संचारी रोग नियंत्रण के लिए जागरूकता के उद्देश्य से जिले में गोष्ठी, परिचर्चाओं और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अभियान के दौरान बुखार, टीबी, कोविड आदि लक्षणों वाले व्यक्ति के बारे में घर-घर जाकर पूछताछ की जा रही है। लक्षण मिलने पर चिह्नित कर उन्हें अस्पताल भेजा जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर निःशुल्क एंबुलेंस की सेवा भी उपलब्ध है।

लक्षण मिलने वाले व्यक्ति का पूरा नाम पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय तक भेजा जाता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बीमार लोगों के बारे में जानकारी ले रही है और 12 साल से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीका से प्रेरित किया जा रहा है। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की सूची बना रही हैं। यह सूची एएनएम के जरिए ब्लॉक मुख्यालय पर भेजी जाती है। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराता है

✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी बदायूं

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