गुरु भोलानाथ संगीत गुरुकुल में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का विशेष आयोजन॥

रोहित सेठ

वाराणसी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन गुरु भोलानाथ संगीत गुरुकुल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ गुरुकुल के सभी शिष्यों द्वारा किया जा रहा है। गुरु भोलानाथ संगीत गुरुकुल में लगभग 300 शिष्य बाँसुरी वादन की बारीकियाँ सीख रहें है। सभी शिष्यगण गुरु पूर्णिमा महोत्सव में शामिल होते हैं और अपने दादा गुरु पंडित भोलानाथ प्रसन्ना जी और गुरू पंडित अजय प्रसन्ना जी की विधिवत तरीक़े से पूजा करते हैं। विश्व विख्यात बांसुरी वादक पंडित भोलानाथ प्रसन्ना जी ने कई सारे शिष्य तैयार किए। जिनमे पद्म विभूषण पंडित हरिप्रसाद चौरसिया जी, ग्रैमी अवार्ड विजेता पंडित अजय प्रसन्ना जी और कई सारे ऐसे अनगिनत कलाकार हैं जो कि आज दुनिया भर में अपने संगीत के माध्यम से नाम कर रहे हैं। पंडित भोलानाथ प्रसन्ना जी ने बांसुरी के ऊपर कई प्रयोग किये शुरुआत की और बांसुरी को एक नया आयाम दिया। पंडित भोलानाथ जी ने अपने शिष्यों को नई नई टेक्निक दी और आज उनके शिष्य विश्व भर में उनकी बताई हुई और सिखाई हुई चीजों को दर्शकों के सामने प्रस्तुत कर रहें हैं। गुरु पूर्णिमा महोत्सव में सभी शिष्य अपनी अपनी बाँसुरी वादन की प्रस्तुति गुरु के चरणों में अर्पित करेंगे। मुख्य आकर्षण एवं विशेष प्रस्तुति होगी। पंडित भोलानाथ प्रसन्ना जी के सुपुत्र एवं शिष्य पंडित अजय प्रसन्ना जी, पंडित अजय प्रसन्ना जी किसी परिचय के मोहताज नहीं है आज दुनिया भर में उनका नाम है और अपने वादन शैली से सभी को मंत्र मुग्ध करते हैं। आप बाँसुरी में तंत्रकारी एवम गायिकी अंग के बादशाह हैं। गुरु भोलानाथ संगीत गुरुकुल आपके पिताजी का एक सपना था, और उस सपने को आप बखूबी पूरा कर रहे है, गुरु भोलानाथ संगीत गुरुकुल में आपके लगभग 300 के करीब शिष्य हैं और विश्व भर में आपकी वादन शैली को आपके शिष्य भी कई सारे मंचो पर प्रस्तुत कर रहें हैं।

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