मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं प्रभारी निरीक्षक संजीव शुक्ला ने की बारीकी से जांच जिसमें आया सच सामने । एक युवती ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए तहसील परिसर स्थित सीओ ऑफिस के सामने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया। वहां मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच लोगों के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई की है। युवती द्वारा ही एक अश्लील वीडियो युवक के मोबाइल पर भेजा गया था जिसे पुनः शाम को युवती ने युवक से कहा कि वह वीडियो भेज दो न भेजने पर दी जेल भेजने की धमकी दोनों के मोबाइल चेक होने पर मामला हुआ उजागर। बुधवार को तहसील परिसर में दोपहर करीब एक बजे हंगामा खड़ा हो गया। एक युवती सीओ आफिस के सामने बोतल से अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़कने लगी। यह देख सीओ ऑफिस के बाहर बैठे गार्ड व अन्य लोग दौड़े और युवती को ऐसा करने से रोक दिया। युवती का कहना था कि उसके मोबाइल पर मोहल्ले के ही एक युवक ने अश्लील मैसेज भेजा था। इस संबंध में उसने पुलिस को तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। सीओ ने फोन कर थाने से पुलिस को बुलाया और दोनों पक्षों के लोगों को उनके हवाले कर दिया। सीओ चन्द्रपाल सिंह ने बताया कि युवती ने दो दिन पूर्व तहरीर दी थी कि उसके मोहल्ले के युवक ने उसके मोबाइल पर अश्लील वीडियो भेजा है। दो दिन ईद के चलते पुलिस व्यस्त रही। बुधवार को आरोपित युवक को बुलाया गया। परिवार के दो लोगों के साथ पहुंचे युवक ने बताया कि उसने नहीं बल्कि युवती ने उसके मोबाइल पर वीडियो भेजी है। जांच करने पर यह बात सही पाई गई।इसके बाद युवती ने दबाव बनाने के लिए पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया। कोतवाल संजीव शुक्ला का कहना था कि तीन महिलाओं समेत दोनों पक्षों के पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने आरोपितों को एसडीएम कोर्ट में पेश किया। यहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी बदायूं