संस्कृति निर्देशालय में सहायक निदेशक के पद पर लोक सेवा आयोग के द्वारा चयनित हुए भष्ठाचारी घोटालेबाज कमीशन खोर अधिकारी
लखनऊ-: सामाजसेवी, रंगकर्मी, नाटय गुरु और थियटर एंड फिल्म वेल्फेयर एसोसियशन के सचिव दबीर सिद्दीकी ने आज हजरतगंज लखनऊ स्थित दिलीपपुर टॉवर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश जो कला एव संस्कृति के लिए उत्तर प्रदेश ही नही संपूर्ण भारत मे अपना परचम लहरा रहा है वहा पर जब से लोक सेवा आयोग के द्वारा चयनित होकर संस्कृति निर्देशालय में सहायक निदेशक के पद पर डॉ राजेश अहिरवार को तैनात किया गया है उनके द्वारा भष्ठाचार घोटाले और कमीशन खोरी अपने चरम पर है मामला कुछ इस प्रकार से है कि संस्कृति निर्देशालय मे आयोजित प्रायोजित कार्यक्रम की कमेटी बनी हुई है और संस्कृति विभाग के नियमानुसार प्रवेश शुल्क और व्यावसायिक कार्यक्रम मे सहयोग नही दिया जाता हैं तो रेपटवार और वर्ष 2023-24 मे हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव आदि को प्रवेश शुल्क और व्यावसायिक कार्यक्रम होने के बाद भी नियम के विपरित सहयोग दिया गया है जिसका खुलासा जन सूचना अधिनियम 2005 के तहत हुआ है
डॉ राजेश अहिरवार, सहायक निदेशक संस्कृति निर्देशालय के पत्र संख्या 415 दिनांक 30/05/2024 के बिंदु संख्या 4 में डॉ राजेश अहिरवार, सहायक निदेशक संस्कृति निर्देशालय के द्वारा उक्त सम्बंध में बताया गया है कि कार्यक्रम कि व्यावसायिकता की सूचना संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के पास उपलब्ध नहीं थी
लेकिन उसके बाद भी रेपटवार को वर्ष 2024-25 मे प्रवेश शुल्क और व्यावसायिक कार्यक्रम होने के बाद भी नियम के विपरित पुनःकार्यक्रम मे सहयोग दिया गया है और संगीत नाटक अकादमी का संत गाड़गे भी नि:शुल्क दिया गया है ज्बकी संत गाड़गे को अकादमी के पूर्व सचिव तरुण राज के समय से ही नि:शुल्क नही दिये जाने हेतु समिति से प्रस्ताव पास कराया गया था और संस्कृति विभाग के अधीनस्थ सभी संस्थान एवं अकादमियों में जो भी अधिकारी एवं कर्मचारी राजपत्रित अधिकारी की भांति दर्जा प्राप्त न होने के कारण इन्हें शासकीय अधिकारियों की भांति गाड़ियों एवं अन्य सुविधाओं का लाभ अनुमन्य नहीं हैं, और उन्हें सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाएगी यदि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी इस तरह की सुविधाओं का लाभ लेता है तो उसकी ही जिम्मेदारी होगी और उसका भुगतान उसके वेतन से कटौती कर किया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि संस्कृति विभाग के अधीनस्थ सभी संस्थान एवं अकादमियों व निर्देशालय में ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से गाड़ी मंगा कर प्रति माह लाखों रुपये का भुगतान विभाग से करा कर अनाधिकृत लाभ ले रहे हैं।
वर्तमान ईमानदार सरकार माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के राम राज्य मे एवं माननीय मंत्री जी संस्कृति एवं पर्यटन एवं
प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग के द्वारा संस्कृति विभाग के अधीनस्थ सभी संस्थान एवं अकादमियों मेंशासकीय अधिकारियों की भांति गाड़ियों एवं अन्य सुविधाओं का लाभ अनुमन्य नहीं होने के बाद भी भष्ठाचार घोटाला और कमीशन खोरी कर वर्तमान एवं पूर्व में ली गई सुविधाओं पर किये गए लाखों रुपये के भुगतान की जाँच कराकर वसूली कराए जाने का आदेश पारित किया जाना चाहिए
दबीर सिद्दीकी सामाजसेवी, रंगकर्मी, नाटय गुरु सचिव, थियटर एंड फिल्म वेल्फेयर एसोसियशन सदेव आपकी आभारी रहेगे