संवाददाता – जीत नाग

बाराबंकी। थाना क्षेत्र अंतर्गत आदेश के बाद भी धार्मिक स्थल की एक दिन पूर्व तोड़ी गई दीवार के चुनाई नहीं किए जाने से आक्रोशित गांव वाले पहुंचकर दीवार की चुनाई शुरू कर दी। दूसरे पक्ष ने पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण उनकी नहीं माने।जिसके बाद सीओ फतेहपुर व एसडीएम फतेहपुर को घटना से अवगत कराया।कुछ देर में धार्मिक स्थल छावनी में तब्दील हो गया। उधर नायब तहसीलदार की उपस्थित में टूटी दीवार की चुनाई शुरू करवा दी गई है। बता दे मोहम्मदपुर खाला चौराहे स्थित धार्मिक स्थल के समीप मोहम्मदपुर खाला थाना के टांडा गांव निवासी प्रधान सुरेंद्र बाजपेई ने इक्कीस हजार स्क्वेयर फीट की भूमि देवरिया जिले के एक विधायक से बैनामा कराई थी।जिसमें स्पष्ट लिखा हुआ था कि धार्मिक स्थल से इस जमीन का कोई वास्ता नहीं है।लेकिन सुरेंद्र बाजपेई उस भूमि पर एक गेस्ट हाऊस का निर्माण कार्य करवा रहे थे। जर्जर दीवार को मजबूती देने की बात कहकर सुरेन्द्र ने कुछ दीवार गिरवा दी। दो स्थान पर तोड़कर पिलर के सरिया खड़ी करवा दी।उधर दीवार गिरने की भनक लगते ही मोहम्मदपुर खाला गांव के काफी लोग एकत्र हो गए।पुलिस ने समझा बुझाकर उपस्थित ग्रामीणों को शांत कराया था,मौके पर पहुंची नायब तहसीलदार अंकिता पांडेय ने टूटी दीवार को तत्काल बनवाएं जाने का निर्देश सुरेन्द्र बाजपेई को दी। लेकिन दीवार की चुनाई न होने से,दूसरे दिन आक्रोशित गांव वाले धार्मिक स्थल पहुंचे जिसको देखते हुए निरीक्षक अनिल सिंह ने तत्काल इसकी सूचना शासन प्रशासन को दी।मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी फतेहपुर जगतराम कनौजिया व नायब तहसीलदार अंकिता पांडेय ने बैठकर अपने समक्ष टूटी दीवार की चुनाई शुरू कारवाई।जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए। वहीं प्रधान सुरेंद्र बाजपेई ने बताया कि उनका मकसद धार्मिक स्थल को हानि पहुंचना नहीं जर्जर दीवार को गिरकर दुबारा पिलर पर उसका निर्माण के साथ चबूतरे पर इंटरलॉकिंग ईंट बिछा कर इसको सुंदरीकरण करने का था।जबकि लोगों ने इसे राजनीति का तुल दिया है।मोहम्मदपुर खाला के प्रधान पति अमरदीप सिंह मुकुंद ने कहा कि ग्रामीणों का कहना है दीवार तोड़ गेस्टहाऊस का फ्रांट चोड़ा किया जा रहा था।

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