है जी हां जानकर हैरानी वा खुशी होगी कि उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई के ब्लॉक पिहानी ग्राम पंचायत उस्मानपुर जाजूपारा कचनार में एक मजार शाहिद मर्द बाबा की ऐसी भी है जहां पर किसी भी धर्म के लोग दूल्हा बन कर बारात ले जाने से पहले दुल्हन को घर ससुराल लाने के बाद शाहिद मर्द बाबा की मजार पर सलाम पेश करने जाते रहते हैं क्षेत्रीय लोगों का ऐसा मानना है कि शाहिद मर्द बाबा जायज दिली मुरादों को पूरी कर देते हैं ऐसे में बहुआयामी परिवार समाचार से जुड़े लोगों का जमीनी तहकीकात के लिए शहीद मर्द बाबा की मजार पर जाना हुआ हैरानी की बात यह है कि संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष के एम आमिश जी दुआ ताबीज पर कभी भी अंधविश्वास के साथ यकीन नही करते हैं अजीबो गरीब घटना यह घाटी की मजार पर जाने से पहले ही जो कार्य अध्यक्ष जी को वहां पर करना था वह कुछ रात्रि पहले ही सपने में दिखाई दे दिया था और वैसा ही हुआ कहते हैं कि क्षेत्रीय गांव के आराख समाज से एक ऐसे साथी के बेटे की लंबे अरसे से तबीयत खराब रहती थी सभी अस्पतालों डॉक्टर से जवाब हो जाने के बाद आरख समाज के लोगों ने अपने बेटे को शाहिद मर्द बाबा के हवाले मजार पर छोड़ दिया चार दिन के बाद बगैर कुछ खाए पिए मजार पर पड़े रहकर खुद बा खुद ठीक होकर घर पर वापस आ गया आज भी सुरक्षित है उससे भी मुलाकात हुई बातचीत हुई ऐसे में आरख समाज के लोगों ने मुराद वाली जगह को मजार का रूप दिया यह मात्र एक उदाहरण है औलादे मांगने पर पूरी होने के सैकड़ो किस्से मौजूद हैं सैकड़ो मिसाल वहां पर सुनाई जाती हैं लिखी जाती हैं अनेक साथियों की मुरादे पूरी होने के बोर्ड भी चस्पा किए गए हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक बृहस्पतिवार जुम्मेरात को सैकड़ो की संख्या पर वहां लोग अगरबत्ती व माथा टेकने सलाम पेश करने अपनी मुराद लेकर आते हैं मुराद पूरी होने पर लोग मन्नत के अनुसार चदर या बैंड बाजे के साथ चादर चढ़ा कर नाम को बुलंद करते हैं किसी भी प्रकार का कोई भी वहां पर साधु संत मुल्ला मौलवी के वेशभूषा में दुआ, ताबीज फतिहा तबरूख के नाम पर एक भी पैसे का व्यापार नहीं होता है इससे पहले यह मजार क्षेत्रीय लोगों तक सीमित थी प्राप्त जानकारी के अनुसार 200 साल से अधिक का इतिहास रहा है इस मजार का अभी आसपास के अनेक जनपदों तक इसकी पहुंच हो चुकी है अभी बहुआमी परिवार के माध्यम से यकीदा होने पर गूगल मैप पर भी इसका अप्रूवल कराया जा चुका है साथ ही साथ बहुआयामी परिवार क्षेत्रीय लोगों की आवश्यकता व मजार के महत्व को समझते हुए जाजूपारा से कचनार मजार तक ड्रामर रोड की क्षेत्रीय विधायक, सांसद व सरकार से मांग भी करती है जो लोग भी इस मजार पर अपनी जायज मन्नत लेकर जाना चाहते हैं वह अपने मोबाइल पर शाहिद मर्द बाबा मजार जाजूपारा नियर गाजुआ खेड़ा हरदोई डालकर पते पर गूगल मैप के मध्यम से भी जा सकते हैं बहुआयामी परिवार लोगों से अपील करती है कि इस लेख पर यह किसी एक व्यक्ति के कहने पर ना जाएं न ही याकीदा रक्खे खुद से जायजा ले और आजमाएं जो काम अपनों व गैरों से ना हो सका वह काम शाहिद मर्द बाबा के नाम से हो सका इसीलिए कहा जा रहा है कि शाहिद मर्द बाबा की शान व शौकत निराली वह चमत्कारी है