यज्ञ से मिलता है सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को पोषण : नमो नारायण
मनीष कांत शर्मा बदायूं :
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में बिनावर के श्री शिव मंदिर में चल रहे 24 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन के आत्मीय परिजनों ने वर्तमान समस्याओं के निराकरण सूक्ष्म जगत के परिशोधन और विश्व शांति की कामना से यज्ञ भगवान को विशेष आहुतियां समर्पित कीं। सायं को विराट दीपयज्ञ हुआ। देवकन्याओं और मातृशक्तियों ने ओम और स्वास्तिक के रुप में सजे 5001 दीप प्रज्ज्वलित किए। झिलमिलाती रोशन आकर्षण का केंद्र रही। शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक यज्ञ शिरोमणि नमो नारायण पांडेय ने कहा कि यज्ञ से सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को पोषण मिलता है। वहीं यज्ञीय ऊर्जा से जीवाणुओं विषाणुओं का शमन और जीवनी शक्ति का संवर्धन होता है। उन्होंने कहा आध्यात्मिक चिंतन से उत्कृष्ट और महान बनें। युवा श्रेष्ठ कार्यों से जुड़ें, समाज में फैली बुराईयों को दूर कर गांवों और शहरों को जाग्रत तीर्थ बनाएं।सहायक टोली नायक समर बहादुर सिंह ने कहा कि विचार क्रांति से ही मानव में देवत्व का उदय होगा। बच्चों को श्रेष्ठ संस्कार दें और उनकी अद्भुत योग्यताओं और क्षमताओं को व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में लगाऐं। युवाशक्ति असंभव को संभव बनाने की सामर्थ्य रखती है।युग गायक जय सिंह राजपूत, अर्पित पांडेय, श्याम पटेल ने मातृ वंदना, गुरु वंदना और प्रज्ञा गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। दीपयज्ञ में प्रज्जवलित दीपकों से पूरा प्रांगण जगमगा उठा। यज्ञ भगवान की भव्य आरती के बाद श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण के लिए गायत्री मंत्र का जप, तप, साधना, स्वाध्याय संयम, सेवा नितांत जरूरी है। रघुनाथ सिंह ने नशा उन्मूलन प्रदर्शनी लगाई। युवाओं ने नशा छोड़ने का संकल्प लिया। सुरेंद्र नाथ शर्मा ने गायत्री शक्तिपीठ की ओर से नि:शुल्क सद्साहित्य वितरण किया।इस मौके पर डीपी सिंह, प्रमिला गुप्ता, डीके मिश्रा, नत्थू लाल शर्मा, अभिषेक मिश्रा, राजेश बाबू, नरेंद्र पाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, दिनेश गुप्ता, सतीश चन्द्र आदि मौजूद रहे।