गोरखपुर के सुधांशु राय की फिल्म बैदा ने सिनेमा घरों में मचाई धूम, पिशाच के रोल में खूब जचें महाभारत के श्री कृष्ण सौरभ।

रोहित सेठ

: इस शुक्रवार रिलीज़ हुई फिल्म बैदा सिनेमा घरों के दर्शकों को बहुत पसंद आ रही है| इस फिल्म को सबसे ज़्यादा सराहना एक अलग तरह का बॉलीवुड मनोरंजन परोसने के लिए मिल रही है| फिल्म के निर्देशक पुनीत शर्मा ने एक नयी निर्देशन शैली का प्रमाण देते हुए दर्शकों को धीरे धीरे कहानी के अंदर खींचा है, और फिर उन्हें उस मनोरंजन का आभास कराया है, जो शायद थिएटर में आने के पहले दर्शकों ने सोची नहीं होगी| वहीं इस फिल्म कहानी दर्शकों को शुरू से अंत तक बांधती है, और आपको बता दें की बैदा के लीड एक्टर और लेखक गोरखपुर के सुधांशु राय हैं, जो पहले ही एक बहुत प्रसिद्ध कहानीकार हैं|

सुधांशु ने लेखक के अलावा एक एक्टर के तौर पर भी दर्शकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रखा है| अगर फिल्म की प्रतिक्रिया की बात की जाए तो फिल्म में पिशाच का किरदार दर्शकों को काफी रोमांचित कर रहा है, जिसे सौरभ राज जैन ने निभाया है| आपको याद दिला दे की सौरभ राज जैन को इससे पहले महाभारत में श्री कृष्ण के किरदार के लिए काफी वाह वाही मिली थी|

बैदा एक पूर्व जासूस रामबाबू की कहानी है, जिसे फिल्म के मुख्य अभिनेता और राइटर सुधांशु राय ने निभाया है। अपनी नौकरी से तंग आकर, जहां वह हर दिन अपनी जान जोखिम में डालता है, वह एक सेल्समैन बन जाता है और उसे उत्तर प्रदेश के सुदूर गांवों में भेज दिया जाता है। उसे जरा भी अंदाज नहीं है कि कोहरे और जंगलों के बीच उसका सामना एक भयावह शक्ति से होगा, जिसने समय और मौत को चुनौती दी है।
फिल्म की शुरुआत में हितेन तेजवानी का किरदार के जीवन के संघर्ष के आगे हार जाता है और इसके तुरंत बाद आधुनिक समय में एक मजेदार जीप सीक्वेंस के साथ बदल जाता है, जिसमें मुख्य नायक का परिचय होता है। और फिर शुरू होती है ऐसी कहानी जहाँ घने जंगल, कोहरे, एक गांव और पिशाच भी है| इस फिल्म के कलाकारों में तरुण खन्ना भी हैं, जो महादेव के रूप में बेहद लोकप्रिय है| इनके अलावा मनीषा राय का अहिलमा के रूप में अभिनय दर्शकों को रास आ रहा है|

निर्देशक पुनीत शर्मा और लेखक सुधांशु राय ने बैदा में टाइम ट्रेवल और पैरेलल डायमेंशन जैसे कॉन्सेप्ट्स के बीच भोजपुरी का भी पर्याप्त तड़का परोसा है, जो भोजपुरी भाषी लोगो को ज़रूर देखनी चाहिए| मोतिहारी में जन्मे एक्टर शोभित सुजय, जिनकी यह पहली बॉलीवुड फिल्म है, ने इस इंटेंस साइंस फिक्शन सुपरनैचुरल थ्रिलर में कॉमेडी का जिम्मा भरपूर संभाला है| भोजपुरी डायलॉग्स और अलग अलग इमोशंस के साथ गोलू के रूप में शोभित ने सधे हुए अभिनय का परिचय दिया है, जो दर्शकों को काफी लुभा रहा है|

बैदा का आकर्षक बैकग्राउंड स्कोर, मनोरंजक सिनेमैटोग्राफी, दमदार अभिनय और निर्देशकीय शैली फिल्म को कंप्लीट एंटरटेनमेंट पैकेज बनाती है। बैदा वास्तव में अपनी तरह की पहली साइंस-फिक्शन सुपरनैचुरल थ्रिलर है जिसे भारतीय दर्शकों को बड़े पर्दे पर ही देखनी चाहिए।

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