Up3105872262701SHN08112001 02nov2024LMP001798Lakhimpur kheri :- लखीमपुर खीरी जनपद के मोतीपुर स्थित जिला अस्पताल में सोमवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब पर्चा काउंटर पर दो महिलाओं के बीच जमकर मारपीट हो गई। यह घटना अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों के बीच चर्चा का विषय बन गई। बताया जा रहा है कि झगड़े में शामिल एक महिला हिंदू समुदाय से थी जबकि दूसरी महिला मुस्लिम समुदाय की थी, जिससे मामले ने कुछ देर के लिए सांप्रदायिक रंग लेने की आशंका भी पैदा कर दी। हालांकि मौके पर मौजूद लोगों की समझदारी और बीच-बचाव से मामला शांत हो गया।क्या था पूरा मामला?प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह के समय अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए भारी भीड़ जमा थी। कई लोग लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान दो महिलाओं के बीच बारी को लेकर कहासुनी हो गई। दोनों ही महिलाएं पहले पर्चा बनवाने को लेकर अड़ी रहीं। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया और दोनों ने एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया। कुछ ही पलों में बात गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गई।मारपीट के दौरान दोनों पक्षों के अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और एक पक्ष ने आरोप लगाया कि जानबूझकर धक्का मारा गया जबकि दूसरे पक्ष ने इसे सामान्य भीड़ में हुई चूक बताया। इस दौरान दोनों समुदायों के लोग भी अस्पताल परिसर में इकठ्ठा होने लगे, जिससे तनाव की स्थिति बन गई।मौके पर मौजूद लोगों ने निभाई समझदारीहालांकि, मौके पर मौजूद कुछ वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों के तीमारदारों और सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते स्थिति को नियंत्रित किया और दोनों महिलाओं को अलग किया। कुछ लोगों ने तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया और दोनों महिलाओं को अस्पताल प्रशासन के सामने बैठाकर समझाइश दी गई। सौभाग्यवश इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई प्रशासन की प्रतिक्रिया और अगली कार्रवाईअस्पताल प्रशासन का कहना है कि लाइन में अनुशासन बनाए रखने के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया जाएगा और CCTV कैमरे की निगरानी को और मजबूत किया जाएगा। वहीं, स्थानीय पुलिस को भी मामले की जानकारी दे दी गई है, हालांकि अब तक किसी पक्ष की ओर से आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।सामाजिक संगठनों ने की अपीलइस घटना पर स्थानीय सामाजिक संगठनों ने चिंता जताई और लोगों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह की घटनाएं न सिर्फ माहौल बिगाड़ती हैं बल्कि अन्य मरीजों और उनके परिवार वालों के लिए परेशानी का कारण भी बनती हैं।संवेदनशीलता और संयम की जरूरतयह घटना एक बार फिर बताती है कि सार्वजनिक स्थलों पर संयम और समझदारी से काम लेने की जरूरत है। किसी भी छोटी सी बात को बड़े विवाद में बदलने में देर नहीं लगती, खासकर जब सामाजिक या धार्मिक पहचान के आधार पर मामला देखा जाए। ऐसे में आम लोगों और प्रशासन, दोनों को सतर्क रहना होगा।
