लखीमपुर खीरी। विद्या भारती विद्यालय पं0 दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज (यू.पी.बोर्ड), लखीमपुर खीरी में नशा मुक्ति कार्यक्रम दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, बरेली द्वारा आयोजित किया गया। जिसका शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ0 योगेन्द्र प्रताप सिंह, साधवी सुरजीता भारती (संस्थान की कोआर्डिनेटर), साधवी सुलभा भारती (संस्थान की मीडिया प्रमुख), साधवी वन्दना भारती व साधवी शान्ति देवी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर साधवी सुरजीता भारती ने बताया कि बच्चों इस समय आप की अवस्था एक कच्चे घड़े की तरह है यदि इसका ध्यान नहीं दिया तो इसका असर आपके कैरियर पर पड़ेगा। यह अवस्था युवा अवस्था कहलाती है युवा का उल्टा वायु होता है जो कि बहती है। क्योंकि वायु में ऊर्जा बहुत अधिक होती है यदि इस ऊर्जा को सही दिशा में नहीं लगाया तो यही वायु आंधी, तूफान बन जाती है। स्वामी आशुतोष जी महाराज कहते हैं कि किशोरावस्था को तूफानी अवस्था कहा जाता है। इस अवस्था में व्यक्ति में ऊर्जा बहुत होती है जिसका सही दिशा में लगना अत्यन्त आवश्यक है अन्यथा ये ऊर्जा समाज, परिवार तथा राष्ट्र को नुकसान पहुँचायेगी। जो भी युवा इस नशे की लत में पड़ जाता है वह कैरियर के साथ-साथ अपना परिवार भी बर्बाद कर देता है। नशा एक गम्भीर सामाजिक बुराई है। जिससे इन्सान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशे के लिए समाज में शराब, गांजा, भांग, अफीम, गुटखा, तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट जैसे घातक पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है। इन जहरीले और नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि के साथ ही सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित होता है तथा आज कल के किशोर वर्ग में तथा समाज में मोबाइल का नशा भी बहुत बड़ी समस्या है। मोबाइल चलाने वाला व्यक्ति परिवार तथा समाज से कट कर एकान्त में बैठकर अच्छी तथा बुरी सभी चीजों को देखता है इसलिए मोबाइल का लाभ की जगह युवा पीढ़ी में हानि अधिक उठानी पड़ रही है। कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ0 योगेन्द्र प्रताप सिंह जी ने बताया कि अभी देश में पाँच राज्यों में कानूनन शराब बन्दी लागू है, केवल सरकार के द्वारा नियम बनाने से यह बुराई समाप्त नहीं हो सकती। शराब तथा अन्य मादक पदार्थों से उत्पन्न होने वाली बुराईयों से निपटने के लिए जागरूकता का प्रचार-प्रसार तथा आज जैसे कार्यक्रमों का होना अति आवश्यक है। अन्त में प्रधानाचार्य जी ने आये हुये सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की आचार्या सोनिका धवन ने किया। इस अवसर पर सभी भैया/बहन व समस्त विद्यालय स्टॉफ उपस्थित रहा।
