संवाददाता शाहवेज अहमद अफजलगढ़
बिजनौर। ग्राम कादराबाद का सरकारी अस्पताल इन दिनों अपनी बदहाल व्यवस्था और अफसरों की लापरवाही के कारण चर्चा में है। सरकार द्वारा लाखों रुपये की योजनाएं चलाने के बावजूद यहां मरीजों को ना दवाई मिल रही है, ना सुविधाएं और ना ही सम्मान। यहां लाइट की सुविधा तो है, लेकिन बाकी पूरा अस्पताल सिर्फ दिखावे का ढांचा बनकर रह गया है अस्पताल परिसर में चारों ओर गंदगी फैली है। नवजात बच्चों के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़े बेहद गंदे और बदबूदार हैं, जिससे बच्चों की सेहत को गंभीर खतरा है। मरीजों को एक्सपायरी दवाएं दी जा रही हैं। और तो और, अस्पताल में शराब की फ्रूटी और बोतलें भी मिलीं, जिससे यह साफ हो गया कि यहां स्वास्थ्य सेवाएं नहीं, लापरवाही और गैर जिम्मेदारी का बोलबाला है। सबसे हैरान करने वाली बात ये रही कि डॉक्टर के रहने वाले कमरे में इलाज की सामग्री या दवाएं नहीं, बल्कि भूसा भरा हुआ मिला, जिससे यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर सरकारी अस्पताल का कमरा इलाज के लिए है या मवेशियों के लिए।

इस गंभीर मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे शिवसेना के जिला अध्यक्ष संजय राणा, कुलदीप सिंह, महेंद्र सिंह, देशपाल, चंद्रपाल, मनवीर सिंह यादव, रजत कुमार, हरि कुमार, तिरपाल सिंह, और काले मिस्त्री ने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया और हालात देखकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा,योगी सरकार ने हर गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का जो सपना देखा है, उसे इस तरह के भ्रष्ट और लापरवाह अफसर ठेंगा दिखा रहे हैं। यह अस्पताल नहीं, मज़ाक है जनता के साथ। सरकार की योजनाएं सिर्फ पोस्टर बनकर रह गईं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, मातृ वंदना योजना, 108-102 एंबुलेंस सेवा, शिशु सुरक्षा योजना जैसी तमाम सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों और दीवारों पर लगे पोस्टरों तक सीमित हैं। अस्पताल में न डॉक्टर समय पर आते हैं, न दवाएं हैं, और न ही कोई व्यवस्था सुचारू है। जवाबदेही का कोई नामोनिशान नहीं है शिवसेना की चेतावनी ,नहीं सुधरे हालात तो होगा ज़िला स्तरीय आंदोलन जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से तत्काल सख्त जांच और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्दी ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो शिवसेना ज़िले भर में आंदोलन छेड़ेगी और जनता की आवाज़ को केंद्र तक लेकर जाएगी।सवाल सीधा है जब सरकारी अस्पताल ही बीमारी, बदबू और भूसे से भरे हों, तो आम जनता इलाज के लिए आखिर जाए कहां? क्या यही है ‘सबका साथ,सबका विकास।
जब मौके पर पहुंच कर शिवसेना के जिला अध्यक्ष संजय राणा और कार्यकर्ताओं द्वारा ANM डॉक्टर लता नेगी से बात की गई तो उनको यह बताया गया कि वह अभी आपनी पोस्टिंग पर नई हैं और उनको कार्यभार ग्रहण किए हुए कुछ ही समय हुआ है और उनके द्वारा पहले भी लिखित पत्र देकर PHC ब्लॉक कासमपुरगढ़ी को अवगत करा दिया गया और उच्च अधिकारियों द्वारा कुछ समय देकर आश्वासन दे दिया गया था लेकिन अभी तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कादराबाद में किसी प्रकार की चिकित्सा की सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई है । और तो और डॉक्टर नेगी की कहना है कि अस्पताल में इनवर्टर बैटरा एवं पंखे की व्यवस्था और मरीजों के बैठने की व्यवस्था अपने द्वारा खर्चे पर की गई है ।