बहुआयामी संस्था के उच्च पदाधिकारियों के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार बहुआयामी प्रकाशक संपूर्ण भारत में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी नैनो तकनीकी मैगजीन प्रसिद्धि के लिए जाना जाता है वर्तमान समय में प्रकाशक के सीईओ CO प्रकाशन हाउस संस्थापक श्रीमान के यम आमिष जी हैं जो कि वर्तमान समय में एरा विश्वविद्यालय के बायो तकनीकी में विशेष शोधक के तौर पर कार्यरत हैं।
जिसका देखरेख भारत के प्रतिष्ठित संस्था बहुआयामी शिक्षा तकनीकी अनुसंधान ऑर्गनाइजेशन के माध्यम से हो रहा है जिसका उद्देश्य है कि संपूर्ण भारत के शिक्षण के स्तर को पूर्णतया प्रयोगात्मक कराने हेतु भरपूर प्रयास संस्था व प्रकाशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के गैजेट्स बनाने का प्रयास करती रहती हैं।वर्तमान समय में प्रकाशक विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी से संबंधित कॉम्पटेटिव टैक्स पुस्तक समाज हित में प्रकाशित करा रही है तथा साथ ही साथ समाज हित को देखते हुए समाज की कुप्रथा कुर्तियों के चलते आने वाले समय में नैनो तकनीकी विशेष पर्यावरण समस्या पर एक बहुआयामी नैनो विज्ञान तिमाही पत्रिका प्रकाशित करती है जिसमें संपूर्ण भारत से कोई भी साथी निशुल्क अपना लेख प्रकाशित करवा सकता है संस्था से जुड़ा हुआ कोई भी स्नातक साथी जिसको कोई शोध पत्र यह स्वयं की लिखी पुस्तक प्रकाशित कराना है व कॉपीराइट खोज हेतु पेटेंट कराना है जिसके लिए।
संस्था में सदस्यता होने हेतु संस्थान निशुल्क में आईएसबीएन नंबर आईएसएसएन नंबर वह कॉपीराइट पेटेंट जैसी सुविधाएं मुहैया कराती है साथ ही साथ संस्था की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रचार-प्रसार हेतु लेखकों के द्वारा लिखे गए महान लेखों को प्रमोट सपोर्ट कराती है प्रकाशक की आधिकारिक वेबसाइट पर छात्रों के हितों को देखते हुए ई लाइब्रेरी बुक सर्विस मुहैया करा रही है जिसके माध्यम से प्रकाशित की गई पुस्तकों को पीडीएफ के माध्यम से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
यह भारत का एकमात्र पहला प्रकाशक है जो समस्त लेखकों की जानकारी संबंधित अधिकारिक वेबसाइट के ऑप्शन आइडेंटिफिकेशन ऑफ ऑथरशिप में उपलब्ध कराती है जिसके लिए संस्था के माध्यम से जुड़ने वाले साथी को एक आईडी नंबर व रिफरेंस नंबर अलाट कर दिया जाता है जिसके माध्यम से जुड़ने वाले साथियों व पदाधिकारी या लेखक की आइडेंटिटी सुनिश्चित हो जाती है।संस्था के माध्यम से लेख प्रकाशित कराने वाले लेखकों को समय-समय पर संस्था सर्टिफिकेट आफ अप्रिशिएसन या बेस्ट आर्टिकल रिप्रेजेंटेशन से भी सम्मानित कराती रहती है।प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रकाशक ऐसी पुस्तकों पर विशेष ध्यान आकर्षित करती है जो संपूर्ण भारत में इससे पहले किसी अन्य प्रकाशकों ने प्रकाशित ना की हो साथ ही साथ नए उभरते हुए युवा साथियों को लेख लिखने के लिए व उनके लेखों को समाज हित में प्रकाशित कराने के लिए प्रेरित करती रहती है।
बहुआयामी प्रकाशक के माध्यम से ही सर्वप्रथम विश्व विख्यात आवर्त सारणी सर्कुलर फॉरमैट प्रकाशित की गई है तथा सीएसआइआर केमिकल साइंस से नेट जेआरएफ की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए इंटर डिस्प्लेनरी टॉपिक्स की संपूर्ण भारत में बहुआयामी प्रकाशक के माध्यम से ही पुस्तक प्रकाशित की गई है।
संस्था के माध्यम से जिस तरीके से तेजी के साथ प्रचार व प्रसार किया जा रहा आने वाले समय में युवा व अनेक व्याख्यान संस्थाओं के लेखक प्रवक्ता बहुआयामी प्रकाशक को शुभ अवसर उपलब्ध करा रहे हैं प्रकाशक तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है पदाधिकारियों का कहना है कि निश्चित तौर पर प्रकाशक संपूर्ण भारत में समाज हित में बगैर किसी स्वार्थ के अपनी साख जमाने में ज्यादा समय नहीं लगाएगा।