सहसवान : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के लेखपालों ने वकीलों के विरुद्ध की नारेबाजी जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा । उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ उपशाखा की बृहस्पतिवार को आकस्मिक बैठक तहसील सभागार में आयोजित की गई । जिसमें सभी सदस्यों द्वारा एकमत होकर प्रस्ताव रखा कि सहसवान के अधिवक्ता गण अनावश्यक दबाव बनाकर लेखपालों से नियम विरुद्ध कार्य कराने के लिए दबाव बनाते हैं जिस में दाखिल खारिज प्रक्रिया में संलग्न सी-एच 41-45 सही भूमि की नवैय्यत हो पाती है । बैनामा कराते समय खसरे के उद्धरण की आवश्यकता होती है । लेकिन कई बार लेखपाल के बिना संज्ञान के ही खसरे दाखिल हो जाते हैं । राजस्व संहिता की धारा 38 के अंतर्गत प्रस्तुत प्रार्थना पत्र में अभिलेख पूर्ण न होने पर भी रिपोर्ट बनाने का दवाव बनाया जाता है ।
जो कि नियम विरुद्ध है अधिवक्तागणों द्वारा तहसील परिसर में आए दिन अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग कर नारेबाजी की जाती है । इस संबंध में संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को उप जिलाधिकारी के माध्यम से लेखपाल संघ ने मांग की है कि जन सामान्य कार्यों को बाधित होने से रोकने के लिए तथा अधिवक्तागणों को नियम विरुद्ध कार्य करने को लेखपाल संवर्ग पर आकारण ही दबाव बनाने से रोका जाना नितांत ही आवश्यक है । अन्यथा टकराव/असमय स्थिति उत्पन्न हो सकती है इससे समस्त कर्मचारी गणों में रोष व्याप्त है । उक्त के संबंध में आवश्यक कार्यवाही कराए जाने की लेखपाल संघ ने मांग की है । ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार यादव,मंत्री सत्यपाल सिंह यादव, लाइक उद्दीन, रंजीत सिंह, पुष्पेंद्र यादव,आदित्य यादव, प्रतीक यादव, रामदास सिंह, हरीश कुमार यादव सहित समस्त लेखपाल संघ के सदस्य मौजूद रहे।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)