दो दिवसीय भ्रमण पर खीरी पहुंचा मंत्री समूह
लखीमपुर खीरी 01 सितंबर। गुरुवार की शाम सूबे के लोक निर्माण मंत्री, प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद, कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल व संसदीय कार्य, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के साथ दो दिवसीय जनपद भ्रमण के लिए जनपद खीरी पहुंचे, जहां डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी संजीव सुमन ने पुष्पगुच्छ देकर मंत्री समूह का स्वागत किया।
प्रभारी मंत्री ने मंत्री समूह के अन्य सदस्यों के संग कलेक्ट्रेट स्थित पीडब्ल्यूडी निरीक्षण भवन में जनप्रतिनिधियों एवं संगठन के पदाधिकारियों के संग भेंट वार्ता की। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील सिंह, विधायक योगेश वर्मा, विनोद शंकर अवस्थी, अरविंद गिरी, रोमी साहनी, मंजू त्यागी, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी संजीव सुमन, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, एडीएम संजय सिंह, एएसपी अरुण सिंह मौजूद रहे।
प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि सौभाग्य है कि मंत्रीसमूह को खीरी आने का अवसर मिला है। आज यहां जनप्रतिनिधियों, आम कार्यकर्ताओं जनमानस से संवाद हुआ है। सभी से समस्याएं व सुझाव लिए गए है। शुक्रवार को प्रशासनिक बैठक की जाएगी, जिसमें केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा करते हुए समीक्षा की जाएगी। यदि कहीं कोई कमी व ढिलाई मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार जनकल्याण के लिए संकल्पबद्ध होकर काम कर रही है। विभिन्न मंडलों में मंत्री समूह के दौरे, रात्रि प्रवास के साथ-साथ योजनाओं की समीक्षा एवं औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं।
मंत्री समूह ने किया कोरारा गो आश्रय स्थल का निरीक्षण, देखी व्यवस्थाएं
प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने मंत्री समूह के अन्य सदस्यों के साथ तहसील सदर व विकासखंड फूलबेहड़ क्षेत्र अंतर्गत कोरारा गो आश्रय स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की पड़ताल की। आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं के संबंध में अफसरों ने विस्तृत जानकारी दी। मंत्री समूह ने गोवंश को हरा चारा खिलाया। इसके बाद उन्होंने पूरे विधि विधान से गोवंश का पूजन किया। इसके बाद उन्होंने आश्रय स्थल का गहन निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की पड़ताल की। मंत्री समूह के पूछने पर सीडीओ ने बताया कि 316 गोवंश संरक्षित हैं, जिसमें 190 नर व 126 मादा गोवंश हैं। साथ ही सुपुर्दगी योजना के तहत 75 गोवंश को गोपालको को सहभागिता दिलाई गई।