बदायूँ/उत्तर प्रदेश : रविवार को जिलाधिकारी मनोज कुमार ने अलापुर स्थित 100 क्षमता वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय में साफ सफाई ठीक न होने पर तथा बच्चों की बेड चादर गंदी, समय से धुलाई न होने सहित आदि अवस्थाएं मिलने पर डीएम ने कड़ा असंतोष व्यक्त किया। उन्होने वार्डेन शशि रानी को निर्देश दिए कि बच्चों को पर्याप्त आवश्यक दवाइयां रजाई, गद्दे, जूते चप्पल आदि व्यवस्थाएं ठीक रहनी चाहिए।
उन्होने बच्चों को मिलने वाला भोजन की गुणवत्ता को देखा। सीसीटीवी कैमरे सही से सक्रिय रहे। अग्नि नियंत्रण यंत्र की भी वैधता को चेक किया। छुट्टी पर गए बच्चों के माता-पिता से डीएम ने स्वयं फोन से वार्ता कर बच्चे के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने वार्डेन को कड़े निर्देश दिए कि सारी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द सही कराए।
विद्यालय में छात्रावास में फर्नीचर ठीक कराया जाए। डीएम ने पंजिकाओं को निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं बच्चों को समय से पढ़ाएं। बच्चों की स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सुरक्षा आदि पर विशेष ध्यान दिया जाए। डीएम ने निर्देश दिए कि विद्यालय की व्यवस्थाएं सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त रहनी चाहिए। बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए।
जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के परिसर में ही कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल द्वारा निर्माणाधीन नवीन छात्रावास का निरीक्षण किया। उन्होने निर्माणाधीन छात्रावास में पीला ईंट एवं घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने निर्देश दिए कि इस छात्रावास की टेक्निकल कमेटी से जांच कराई जाए, जिससे निर्माण गुणवत्ता का पता चल सके। निर्माण कार्य घटिया सामग्री से नही होना चाहिए।
✍️ ब्यूरो रिपोर्ट आलोक मालपाणी (बरेली मंडल)