राष्ट्रीय ब्यूरो:महराजगंज जनपद के मिठौरा क्षेत्र के ग्राम सभा जमुई पंडित के निवासी एवं हरिशंकर तिवारी दिग्विजय नाथ इण्टर कालेज जमुई पंडित महराजगंज के प्रधानाचार्य दिग्विजय नाथ उर्फ ललित बाबा के नाम से मशहूर
,व्यक्तित्व के धनी,सरल और उदार, सामाजिक कार्यकर्ता, कुशल राजनीतिज्ञ एवं शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण आंचल छात्र छात्राओं के प्रेरणास्रोत ललित बाबा ने नव वर्ष वास्तव में सनातन धर्म में क्या होता है और आज कल लोग अंग्रेजी नए वर्ष के पीछे अपनी संस्कृति और सभ्यता को किस कदर खोते जा रहे हैं, उन सबकी झलकियां एक स्वरचित कविता के माध्यम जिसका शीर्षक है “लोग कह रहें हैं नव वर्ष आ रहा है!” से वास्तविकता और आज के परिप्रेक्ष्य में वर्णित किया है।
शीर्षक:लोग कह रहे हैं नव वर्ष आ रहाहै!
इक साल जिंदगी का जीवन से जा रहा है;
और लोग कह रहे हैं, नव-वर्ष आ रहा है!
किस बात की ख़ुशी है,किस बात की बधाई;
पञ्चाङ्ग बरस के बदले,है कलेंडर की बड़ाई!
निज सभ्यता पर अपने,पाश्चात्य छा रहा है;
और लोग कह रहे हैं, नव-वर्ष आ रहा है!
ना पर्व है हमारा, ना हर्ष का समय है;
हम क्यूँ इसे मनाएं,चिंतन का यह विषय है!
जिनको बताया हमने, जीवन के उत्सव सारे;
अब वो बदल रहे हैं, त्यौहार ही हमारे!
कोहिनूर का लुटेरा, कोयला दिखा रहा है;
और लोग कह रहे हैं नववर्ष आ रहा है!
था चैत का महीना, मुझे जन्म जब मिला था;
माँ-बाप के सहारे, अंगुली पकड़ चला था!
वो गोंद का सिंहासन कन्धे की थी सवारी;
जो नीद को बुलाये लोरी बहुत थी प्यारी!
पर आज सबका बेटा नौकर खिला रहा है;
और लोग कह रहे हैं, नव-वर्ष आ रहा है!
उसे मोम ने ही मारा कहता था जिसको माई;
डिअर “ब्रदर” के चलते, है दूर मेरा भाई!
पिता को पहले डैडी, फिर डैड ने खदेड़ा;
प्रियतम की थी जो पत्नी, हसबैंड ने है छेड़ा!
सिंदूर का “सिंघोरा” अब, कोर्ट जा रहा है;
और लोग कह रहे हैं, नव-वर्ष आ रहा है!
मै भी अलग नहीं हूँ , पर दर्द जी रहा हूँ
जो भांग घुल गयी है, उसे मै भी पी रहा हूँ!
कवि कररहा निवेदन हमसाथ मिलकर आएं;
होली, दीवाली, राखी, संग, पूर्णिमा मनाएं!
आएगा “चैत एकम्”, फागुन जब जा रहा है!
बोलेंगे साथ मिल कर,नव-वर्ष आ रहा है!
✍️@दिग्विजयनाथ(प्रधानाचार्य-पंडित हरिशंकर तिवारी दिग्विजय नाथ इण्टर कालेज जमुई पंडित महराजगंज)
शुभकामना संदेश
बहुआयामी समाचार के सभी पाठकों और दर्शकों को अंग्रेजी नूतन वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं एवं बधाई।आप सभी का प्रेम और सहयोग ऐसे ही मिलता रहे🙏💐💐💐
@धर्मेन्द्र कसौधन(राष्ट्रीय ब्यूरो- बहुआयामी समाचार)