रिपोर्ट:तबरेज नियाज़ी
जौनपुर।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जौनपुर के कार्यकर्ताओं ने परीक्षा परिणाम में लगातार हो रही अनियमितताओं को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रशासनिक भवन को घेरकर धरना प्रदर्शन किया।छात्रों की मांग थी की उन्हें महाविद्यालय के प्रायोगिक व मिडटर्म में नंबर अधिक दिए गए हैं जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों को कम अंक दिया गया है।
प्रांत सह मंत्री उद्देश्य सिंह ने कहा की छात्रों की मांग जायज हैं।एजेंसी की गलतियों का हर्जाना छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।जब छात्रों का अंक महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के अंक पत्र से मिलाया गया तो शतप्रतिशत गड़बड़ी पाई गई ।जिसे सुधारने के लिए आश्वाशन दिया गया है।
छात्र बार बार अपनी परेशानियों को लेकर दौड़ भाग करते हैं परंतु छात्रों की समस्याओं का निदान समय से नहीं हो पाता यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।विद्यार्थी परिषद छात्र हित में प्रवेश परीक्षा पढ़ाई और परिणाम को सुधारने को लेकर प्रतिबद्ध है।
जिला संयोजक अभिषेक त्रिपाठी ने कहा की छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।बार बार की गड़बड़ियों से छात्रों का विश्वास टूटता है।ऐसे तो विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों पर अनर्गल आरोप लगाता है परंतु आज जब सबने साथ ने अंक दिखाने की बात की तो अधिकतर अंक पत्रों में गड़बड़ी पाई गई जो इस बात की पुष्टि करता है की विश्वविद्यालय प्रशासन की गलतियों से छात्रों का भविष्य अधर में है।
विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष प्रिंस त्रिपाठी ने कहा की महाविद्यालयों के छात्र बार बार अपनी समस्याओं को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में आते हैं।उनकी समस्याओं का निराकरण हो यही विद्यार्थी परिषद की प्रथमिकता रहती है।परीक्षा परिणाम में अनियमितताओं से परीक्षा विभाग की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है।इसकी जांच होनी चाहिए।
छात्रों के दबाव के बाद परीक्षा नियंत्रक व्यास नारायण सिंह सहायक कुलसचिव परीक्षा अजीत प्रताप सिंह व मुख्य अनुशास्ता प्रो० संतोष कुमार व सहायक कुलानुशासक डॉ अमरेंद्र सिंह व डॉ अवध बिहारी सिंह मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाया और उनकी मांगों को मानने का आश्वासन दिया।इसके बाद भी छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे और प्रायोगिक परीक्षा व मिडटर्म के अंक दिखाने की मांग करते रहे ।जिसके पश्चात उन्हें अंक दिखाने की अनुमति प्रदान की गई।जब छात्रों ने अपने अंको का मिलान किया तो पाया की विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों के अंक काम चढ़ाए गए हैं जबकि उन्हें ज्यादा अंक प्राप्त हुए है।जिसके बाद यह निर्णय लिया गया की इनके अंक पुनः सही कराए जायेंगे।वहीं एक विषय की परीक्षा नहीं कराई गई थी उसका भी अंक औसत के आधार पर जोड़ दिया गया था जिसपर उन्हें आश्वासन दिया गया की उनके औसत के अंक अधिकतर अंक पाने वाले विषय से निकालकर दिए जाएंगे।जिन छात्रों के परीक्षा परिणाम अपूर्ण हैं उसे तत्काल प्रभाव से सही किया जाएगा।जिसके बाद छात्र शांत हुए और अपने महाविद्यालय को रवाना हुए।
उक्त अवसर पर सुमित सिंह प्रशांत सिंह,दिव्यांशु सिंह,आशीष मौर्य,शुभम,रवि विश्वकर्मा, माही सोनकर,शिवांश,श्रद्धा राय,रितिका समेत आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।