*आसिफ रईस जिला प्रभारी की रिपोर्ट…शेरकोट,इसको अल्लाह की रहमत कहे या उस इंसान के वालीदैन के कर्म कोई तो हटा खट्टा इंसान होकर भी रमजान की रहमत रोजा और नमाज से मरहूम है तो कोई खेलने कूदने की उम्र में भी अल्लाह की रजा में लगा है ऐसे ही एक मासूम नगर निवासी पत्रकार मोहम्मद सैफ का 8 वर्षीय छोटा भाई मोहम्मद रिहान है जिसने पहली बार पहला रोजा रखा है परिवार वालों के साथ लोगों ने भी रिहान का हौसला बढ़ाया, जिंदगी में पहली बार रोजा रखने वाला रेहान ने बताया कि पहले घर में बड़ों को रोजा रखते देखकर उसे भी रोजा रखने की इच्छा होती थी इसलिए मुझे इस बार तो रोजा रखना ही था
ब्यूरो रिपोर्ट आसिफ रईस बिजनौर