उ.प्र.सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जयघोष के साक्षात्कार में बताया कि सांस्कृतिक क्लब में प्रदेश के पंजीकृत कलाकारों की होगीं प्रस्तुतियां
सेफ्टी और इंफ्रास्ट्रक्चर से बढ़ा प्रदेश का पर्यटन
उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को संस्कृति विभाग के रेडियो जयघोष के साक्षात्कार में विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। आर.जे. समरीन से वार्ता में मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अब प्रदेश में विभिन्न कॉलेज में संस्कृति क्लब बनेंगे जहाँ पंजीकृत कलाकारों को प्रस्तुति देने का अवसर मिलेगा।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि लोक कला और जनजाति हमारी धरोहर है और उनको सुरक्षित रखना हमारा दायित्व है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग प्रदेश के आदिवासी कलाओं को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। इस दिशा में प्रदेश भर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है और इसके साथ ही कलाकार भी आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। कलाकारों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कलाओं के विकास के लिए उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का पहला भातखंडे संस्कृति विश्वविदालय भी विकसित किया गया है। कलाकारों की शिक्षा दीक्षा के प्रति भी उत्तर प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। प्रदेश के कलाकारों को आर्थिक लाभ देने के लिए सरकार द्वारा कलाकार पेंशन योजना भी संचालित की जा रही है। कलाकारों का ऑनलाइन पंजीकरण भी किया जा रहा है। अब हर कलाकार को साल में तीन बार परफॉर्म करने का मौका मिलेगा। कलाकारों को ए, बी और सी श्रेणी के अनुसार मानदेय दिया जायेगा। कलाकारों को पचास प्रतिशत मानदेय कार्यक्रम से पहले और बाकी पैसा कार्यक्रम के बाद उनके अकाउंट में जायेगा।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उनका लक्ष्य भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देते हुए विकास करना है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए कानून व्यवस्था का होना बहुत जरूरी है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के लिए जीरो टोलरेंस की नीति को जिस भेदभाव रहित सख्ती के साथ पालन करवाया है उससे पर्यटन के क्षेत्र में भी लाभ मिला है। उसी का परिणाम है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में पैतींस लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही काशी कोरिडोर के बनने से लोगों की आय में गुणात्मक वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ कम इन्वेस्टमेंट में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। उनके अनुसार वर्तमान में काशी में आज हर जगह से पर्यटक आ रहे हैं। ऐसे में काशी पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र बन गया है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के अन्य धार्मिक और पर्यटक स्थलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में तेजी आई है। पर्यटन की दृष्टि से सड़क मार्ग बेहतर हुए हैं। उत्तर प्रदेश वर्तमान में एक्सप्रेसवे का प्रदेश बन गया है। इससे समय की भी बचत हो रही है।
