वर्तमान समाज की स्थिति और परिस्थितियों को समझते हुए शिक्षा तकनीकी एवं अनुसंधान में अहम बहुआयामी सोच के साथ बदलाव करने की आवश्यकता है। जो की बहुआयामवाद बहुआयामी राजनीतिक पार्टी का प्रमुख उद्देश्य रहेगा।भारत की शासन प्रशासन प्राणी पर एक बड़ा प्रश्न मार्क?
शिक्षा तकनीकी एवं अनुसंधान में बदलाव के लिए जरूरी है राजनीति में बदलाव व राजनीतिक दखलबाजी को जड़ से समाप्त करानामूलरूप से जाति की व्यवस्था आज भी अनेक लोगों के जीवन को प्रत्यक्ष प्रभावित कर रही है। आदिवासी, मुस्लिम और तथाकथित निम्न जाति या अस्पृश्य समुदायों को उनके सामाजिक स्तर की वजह से भेदभाव और गंभीर उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप वे समाज में हाशिये पर हैं और उन्हें उनके मूल अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।हमने देखा है कि सभी समस्याएं, जो स्पष्ट रूप से अलग दिखती हैं, वास्तव में आपस में जुड़ी हुई हैं। हम इस बात की जांच करेंगे कि एकता की प्रक्रिया के कारण कारकों की इस अंतरविरोधो को कैसे दूर किया जा सकता है: सभी एक हैं
पुनीत शुक्ला विधानसभा अध्यक्ष
158 विधानसभा सांडी (हरदोई )