हाईलाइट

🔵पुलिस ने हत्या का खुलासा कर आरोपियों को भेजा जेल

🔵पिता और भाई ने ही की थी हत्या,लड़की को बताया चाल चलन की ठीक नही थी।

🔵अपने ही रचे कुचक्र में फँसे आरोपी

🔵हत्या व हत्या के सबूत मिटाने के तहत हुई कार्यवाही

महराजगंज जनपद के निचलौल थाना क्षेत्र के मधुबनी माइनर में 22 जुलाई को खोन्हौली गांव के पास नहर में तैरती हुई लडक़ी की लाश मिली थी। पुलिस ने 13 वर्षीय किशोरी की हत्या का पर्दाफाश कर लिया। मृतका के पिता और भाई ने ही मिलकर पहले उसकी हत्या की साथ हो शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे बोरे में भर कर नहर में फेंक दिया। इस मामले से बचने के लिए पिता ने तीन सप्ताह पूर्व ही गांव के ही एक परिवार को फंसाने के लिए उनके विरुद्ध अपनी बेटी के अपहरण का मुकदमा भी दर्ज करा दिया था।इसका खुलासा बुधवार को अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान किया।

22 जुलाई को खोन्हौली नहर में मिला था युवती का शव

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 22 जुलाई को निचलौल थाना क्षेत्र के खोन्हौली गांव के पास मधुवनी माइनर में एक बालिका का शव तैरतेहुए मिला था और उसके हाथ-पैर बँधे थे। प्रथम दृष्टया देखने पर शव को नेपाली महिला का शव मानकर पुलिस जांच कर ही रही थी। इसी बीच मृतका की पहचान घुघली थाना क्षेत्र के पोखरभिंडा निवासी संजय की पुत्री प्रीति के रूप में हुई।जांच में पता चला कि उसके पिता संजय ने घुपली थाने में दो जुलाई को ही गांव के एक परिवार को फसाने केलिए अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने से हुई मृत्यु

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने व शरीर में अन्य स्थानोंपर चोट लगने से मृत्युका होना पाया गया। इसके बाद से घुघली धानाध्यक्ष नीरज राय ने मुकदमा में दर्ज कर आरोपितों से पूछताछ शुरू की।

पिता और भाई ने लड़की के चाल चलन को बताया गलत

इस मामले में पूछताछ के दौरान पुलिस को चौकाने वाले तथ्य सामने आए ।जांच में पता चला कि किशोरी का चाल-चलन ठीक नहीं था।जिसके कारण भाई सूरज व पिता संजय ने ही 19 जुलाई की रात में उसकी हत्या कर दी। साथ ही शव कोवोरेमेभर कर बाइक ले जाकर उसे नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध हत्या और साक्ष्य मिटाने के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय चालान किया,जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पिछले दिनों गांव के ही हरेंद्र मिश्र ने उसके विरुद्ध घुगली बाने में एक चोरी की तहरीर देकर घर से रुपये चुराने का आरोप लगाया था।एवं पुलिस से अनुरोध किया था वे किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इसपर पुलिस ने उसे बुलाकर समझाया-बुझाया था।

अपने ही बुने जाल में फँसे आरोपी

इसके बाद से ही संजय और उसके बेटे सूरज हरेंद्र के परिवार को सबक सिखाने का कुचक्र रचने लगे थे। इसके लिए पहले बेटी को घर में छिपा दिया और फिर ये जुलाई को घुघली थाने में बेटी के अपहरण की सूचना देकर हरेंद्र मिश्र और उनके दो लड़कों अभिषेक और अमित के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। इधर शव की बरामदगी होने के बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि पिता और भाई ने ही किशोरी की हत्या की है। इस संबंध में एएसपी ने बताया कि पुघली पुलिस ने जांच के बाद अपहरण के मुकदमे से हरेंद्र मिश्र और उनके दोनों बेटों का नाम हटा दिया है। साथ ही उसी मुकदमे में मृतका के पिता संजय दुसाध और भाई सूरज का नाम बढ़ाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया हैऔर उन्हें धारा 302 व 201 के तहत चालान भेज दिया है और घटना में प्रयुक्त बोरा व मोटरसाइकिल को बरामद कर लिया है।

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