उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की समस्या को देखते हुए एक नई व्यवस्था लागू करने की योजना पर काम कर रही है। सरकार के इस कदम से किसानों को राहत मिलेगी। उत्तर प्रदेश में अब बेसहारा गोवंशी के सहारा के लिए गो सफारी बनाई जाएगी।

यू पी सरकार के अनुसार बेसहारा गोवंशी के सहारा के लिए उत्तर प्रदेश में गो सफारी बनाई जाएगी। प्रमुख सचिव पशुधन ने शासन को प्रस्ताव बनाकर दे दिया है। इसके तहत प्रदेशभर में वन क्षेत्र की जमीन पर गो सफारी बनाई जाएगी। इसमें गोवंशी के लिए हर तरह की सुविधाएं होंगी। 14 मार्च को प्रमुख सचिव पशुधन सुधीर गर्ग ने वर्चुवल बैठक की थी, जिसमें प्रदेशभर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, वेटनरी यूनिवर्सिटी के डीन, वेटरनरी कालेज के प्रोफेसर, गौशाला संचालक, एनजीओ के पदाधिकारी और समाजसेवी जुड़े थे। बैठक में गोवंशी के संरक्षण के लिए गो सफारी बनाने को लेकर सहमति बनी थी।

निराश्रित गोवंशी संरक्षण योजना असफल होने पर लिया फैसला

उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि सरकार ने गोवंशी के संरक्षण के लिए निराश्रित गोवंशी संरक्षण योजना शुरू की थी। इसके तहत अस्थायी निराश्रित गोवंशी आश्रय स्थल बनाए गए थे। इसका माडल सही नहीं था। इसके तहत जमीन के चारों ओर खोदाई कर बीच में गोवंशी को रहने के लिए टापू बनाए गए थे। खाई में गिरने, लू, शीतलहर और बारिश के कारण गोवंशी की मौत हो रही थी।

ऐसे करीब प्रदेशभर में 5200 आश्रय स्थल बनाए गए थे। इस माडल में नौ विभागों को गोवंशी के संरक्षण के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन कोई भी विभाग सही से इसकी जिम्मेदारी नहीं निभा सका। इस कारण सफारी बनाने की जरूरत पड़ी।

फसलों को नहीं होगा नुकसान, सड़क दुर्घटनाएं होंगी कम

दरअसल बेसहारा गोवंशी कई बार फसलों को चर लेते हैं। साथ ही उनके आवागमन से फसल नष्ट भी हो जाती हैं। सफारी में गोवंशी के होने से किसानों की फसल नुकसान होने से बचेंगी। वहीं सड़कों पर होने वाले हादसों में भी कमी आएगी।

गो सफारी में होंगी सुविधाएं कर्मचारी भी रहेंगे तैनात

योजना के तहत प्रदेशभर में वन क्षेत्र की जमीन पर तार फेंसिंग कर गोवंशी के लिए चारा, पानी की व्यवस्था की जाएगी। बारिश और धूप से बचाव के लिए शेड की व्यवस्था की जाएगी। उनकी देखरेख के लिए कर्मचारी रहेंगे।

@धर्मेन्द्र कसौधन (ब्यूरो हेड उत्तर प्रदेश)

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