** आपको बता दें कि जनपद कानपुर देहात में प्रत्येक गांव में विकलांग शौचालय बनाया जा रहा है जिसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को दी गई है उसी क्रम में जनपद कानपुर देहात के ब्लाक खंड अमरौधा की आने वाली ग्राम पंचायत बरौली में बन रहे विकलांग शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया ऐसा हम नहीं कह रहे वहां के ग्रामीण कहना है की जूनियर विद्यालय में बनाए जा रहे हैं विकलांग शौचालय मानकों की ताप पर रखकर बनाया गया है वही जब मौके पर जाकर देखा गया तो शौचालय का निर्माण हो चुका था लेकिन उसकी जो छत बनाई गई थी वह बिल्कुल कमजोर दिखाई दी जो यह तस्वीरें बयां कर रही हैं। जहां योगी सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने का दावा कर रही है लेकिन यहां मामला और ही कुछ नजर आ रहा है। इस विकलांग शौचालय बनवाने में में लगभग 1.50 लाख रुपए का बजट आया हुआ था लेकिन लेकिन चालू होने से पहले भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। भविष्य में अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन ग्राम प्रधान या पंचायत सचिव या फिर ब्लॉक के अधिकारी। खबर प्रकाशित होने के बाद ऐसे भ्रष्टाचार लोगों के ऊपर संबंधित अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं देखने वाली बात। वही जब ग्राम प्रधान बृजेश कुमार से बात हुई तो उन्होंने बताया कि विकलांग शौचालय मेरे द्वारा नहीं बनाया गया है मैंने शौचालय का ठेका देकर बनवाया है।