रिर्पोट: नसीम अहमद
बिजनौर।स्योहारा,ईदगाह में एक अजीमुशान जलसे व दस्तारबंदी का आयोजन मदरसा तालिमु कुरान के मोहतमिम मौलाना सरफराज की देख रेख में किया गया। जलसे को खिताब करते हुए गुजरात से तशरीफ लाये मौलाना सलाउद्दीन सैफी नक्शाबंदी गुजरात ने कहा कि मुसलमानों को इस्लाम के मुताबिक अपनी जिंदगी गुजारनी चाहिए और अपने उलेमाओं का ख्याल रखना चाहिए और कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिसे इस्लाम मना करता हो।
मुफ्ती मौहम्मद राशिद मोहतमिम देवबंद ने कहा कि हम लोगों को कुरान की रोशनी में जिंदगी गुजारनी है और घरों में रोजाना खूब कुरान की तिलावत करनी चाहिए। मुफ्ती अब्दुर्रहमान अमरोहा ने कहा कि हम लोगों को अपने आसपास के लोगों का ख्याल रखना चाहिए। मुफ्ती मौहम्मद खालिद मेरठ ने कहा कि अपनी नबी की सुन्नत के मुताबिक़ अपने गरीबों, अपने कमजोरों का ख्याल कर लें। उन्होंने कहा कि मेरे आका फरमाते है कि सखी का कोई मतलब नहीं होता है इसलिए यह ना सोचें किसी को किया देना है जो हो उसकी मदद करनी चाहिए।
इस मौके पर 33 तलबाओं की दस्तरबंदी करा गई। इस मौके कारी तैय्यब जमाल सहारनपुर, ताबिश रिहान शायर मऊनाथ भंजन, मुफ्ती जाहिद अमरोहा, मौलाना सिराज कांठ, मौलाना मोहम्मद उमर, मुफ्ती अली हसन, शहर इमाम मौलाना कामिल अंसारी, मौलाना इम्तियाज़ कासमी, मौलाना अरशद हक्की, मौलाना सलमान, कारी मोहम्मद रिजवान, अबुल हसन, नसीम अहमद, नियाजुद्दीन, मुफ्ती मोहम्मद उवैस, मुफ्ती सदाकत, मुफ्ती आसिम, मुफ्ती फरमान, मौलाना शाहिद, कारी जीशान, कारी नाजिर, कारी नूर मोहम्मद, मुफ्ती आदिल, मुफ्ती फैजान, मौलाना अकरम, मौलाना नादिम, कारी हारुन आदि मौजूद रहे। जलसे की सरपरस्ती मौलाना शरीफ अहमद नूरपुर, जलसे की सदारत मौलाना अब्दुर्रहमान अमरोहा, निजामत मौलाना अकबर कालागढ ने की।