हरदोई
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की संवेदनाएं इस कदर मर चुकी हैं कि वह अब मरे हुए लोगों के घर वालों को भी नही बख़्श रहे है और गम में डूबे परिवारों को भी कर्मचारियों के द्वारा नए-नए तरीकों से ठगा जा रहा है। पहले तो इस तरह की शिकायतें सुनने को मिलती थी लेकिन अब मामले खुलकर सामने आने लगें है। एक ऐसा ही मामला उस समय सामने आया जब एक विवाहिता की मौत के मामले में उसकी पीएम रिपोर्ट में बदलाव करने का झांसा देते हुए उससे 60 हज़ार रुपए ठग लिए गए। इस मामले की शिकायत सुनते ही सीएमओ तक के कान खड़े हो गए। उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही है।बताते है कि लोनार थाने के दुधिया पोस्ट मलबा अखबेलपुर की मीना देवी पत्नी विनोद कुमार की पुत्री आकांक्षा की शादी अरवल थाने के बेहसार गांव के विमलेश के साथ हुई थी। 22 मार्च को बीमारी के चलते विमलेश की मौत हो गई थी। इसके बाद आकांक्षा भी संदिग्ध हालत में 31 मार्च को चल बसी।मीना का आरोप था कि ससुराल वालों ने जायदाद की लालच में आकांक्षा को मार डाला। एक अप्रैल को उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस लाया गया। मीना ने सीएमओ को बताया कि वहां ड्यूटी कर रहे रूपेश पटेल, ब्रजेश व मिश्रा ने उससे कहा कि आकांक्षा की पीएम रिपोर्ट में उसकी हत्या कराने की पुष्टि के लिए 60 हज़ार रुपए दे दो। बदले में ससुराल वाले मोटी रकम देने के मजबूर हो जाएंगे। मीना उनके झांसे में आ गई। उसने इधर-उधर से उधार लिया, कम पड़ने पर ज़ेवर बेच कर 60 हज़ार रुपए पीएम हाउस के कर्मियों को दे दिए। आरोप है कि पीएम हाउस के कर्मियों ने ससुराल वालों से भी सांठ-गांठ कर आकांक्षा की रिपोर्ट में खेल कर दिया। इस तरह ठगी गई मीना की शिकायत सुन कर सीएमओ डा.ओपी तिवारी के कान खड़े हो गए। उन्होंने मीना के साथ न्याय का भरोसा जताते हुए मामले की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।