धर्मेन्द्र कसौधन (ब्यूरो हेड उत्तर प्रदेश):उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी सीओ कृपा शंकर उन्नाव जिले में तैनात थे। उन्होंने घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया था। इसके बाद वह एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के माल रोड स्थित होटल में पकड़े गए थे।
“जा फिर चुहिया की चुहिया हो जा”
योगी के निर्देश पर आचरणहीनता के आरोपित निलंबित सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया को पदावनत कर दिया गया है। निरीक्षक के पद से पदोन्नति पाकर सीओ बने कृपा शंकर इस कार्रवाई के बाद अब फिर निरीक्षक होंगे। जुलाई, 2021 में उन्नाव में सीओ बीघापुर के पद पर तैनात कृपा शंकर कानपुर के एक होटल में परिचित महिला सिपाही के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए थे। वह एक दिन की छुट्टी लेकर निकले थे और महिला सिपाही को लेकर कानपुर पहुंच गये थे।
सीओ के घर न पहुंचने पर पत्नी ने उनकी तलाश शुरू की थी और पुलिस को भी सूचना दी थी। जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई थी और वह होटल के कमरे में महिला सिपाही के साथ मिले थे। उन्हें निलंबित कर दिया गया था और आचरण नियमावली के तहत उनके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू की गई थी।
यह था पूरा मामला : तत्कालीन सीओ कृपा शंकर उन्नाव एक ग्रामीण सर्किल में तैनात थे और मूल रूप से गोरखपुर मंडल के एक जिले के निवासी हैं। उन्होंने घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया। करीब चार बजे वह एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के माल रोड स्थित होटल पहुंचे और वहां किराये का कमरा लेकर ठहर गए। महिला सिपाही उन्नाव के बीघापुर सर्किल के एक थाने में तैनात थी। इधर, पत्नी ने रात में फोन मिलाया तो सभी नंबर बंद मिले। उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि वह अवकाश लेकर घर के लिए निकले हैं। इससे पत्नी और परेशान हो उठीं। रात में उन्होंने एसपी उन्नाव को फोन करके पति की हत्या की आशंका जताते हुए मदद मांगी थी।
एसपी ने आनन-फानन सर्विलांस टीम को सक्रिय किया तो उनका मोबाइल नेटवर्क गंगा पार कानपुर में एक होटल में आकर बंद हो गया। रात करीब 12 बजे उन्नाव पुलिस होटल पहुंची और पूछताछ की तो पता चला कि सीओ साहब किसी महिला के साथ ठहरे हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और वापस लौट गई। खास बात यह कि इतना सब होने के बाद भी सीओ ने महिला सिपाही के साथ ही होटल में रात बिताई और सुबह ही यहां से गए थे।
@धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो हेड उत्तर प्रदेश)